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पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (पीटीआई)
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पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (पीटीआई)
नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार अपनी नीतियों के जरिए अर्थव्यवस्था का सत्यानाश करने पर तुली हुई है।
कोल्हापुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की तरफ से आयोजित 'इंडियन इकॉनमी:सीनेरियो एंड इंपैक्ट' को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, 'नोटबंदी मूर्खतापूर्ण फैसला था। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को अपनाना एक बेहतरीन विचार था। जब मैं वित्त मंत्री था तब मैंने इसका सुझाव दिया था। हालांकि बीजेपी तब विपक्ष में थी और उन्होंने आठ सालों तक इसका विरोध किया। लेकिन 2014 में सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने जीएसटी को गलत तरीके से लागू कर दिया।'
मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमलावर रहे चिदंबरम ने कहा जीएसटी, एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की सरकार के कार्यकाल में गब्बर सिंह टैक्स बन चुका है।
पूर्व वित्त मंत्री ने इसके साथ ही 'बैंकिंग संकट' के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह इस मामले में पूरी तरह से फेल रही है।
देश की मौजूदा बैंकिंग व्यवस्था के लिए एनपीए अभी सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है और खबरों के मुताबिक सरकार एसबीआई की तर्ज पर दूसरे बड़े बैंकिंग विलय की योजना पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा, 'वैश्वीकरण के दौर में अर्थव्यवस्था का प्रबंधन एक जटिल मामला है। मौजूदा परिस्थिति में भारतीय अर्थव्यवस्था को गंभीर इलाज की जरूरत है। कृपया एक साल के बचे कार्यकाल में अर्थव्यवस्था को नुकसान न पहुंचाएं।'
इससे पहले चिदंबरम ने ठाणे के एक कार्यक्रम में कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत एक वैसे कार की तरह हो गई है, जिसके टायर पंचर हो गए हैं।
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Source : News Nation Bureau