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पी चिदंबरम ने फिर खेला हिन्‍दू मुस्‍लिम कार्ड, बोले- अगर कश्मीर हिंदू बाहुल्य होता तो....

केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म कर दिया है और राज्‍य को दो भागों में बांट दिया है. दोनों भागों को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया है.

Updated on: 12 Aug 2019, 11:32 AM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध कर रही कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने विवादित बयान दिया है. चिदंबरम ने पीएम मोदी और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा- 'जम्मू कश्मीर में मुस्लिम ज्यादा हैं, इसलिए केंद्र सरकार ने वहां से अनुच्छेद 370 के ज्यादतर प्रावधानों को हटाया है. यदि जम्मू कश्मीर हिंदू बहुल राज्य होता तो बीजेपी इस राज्य का विशेष दर्जा नहीं छीनती.' बता दें कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म कर दिया है और राज्‍य को दो भागों में बांट दिया है. दोनों भागों को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया है.

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पी चिदंबरम ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपनी ताकत से अनुच्छेद को समाप्त किया. अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियां इस अशांत स्थिति को कवर कर रही हैं, लेकिन भारतीय मीडिया घराने ऐसा नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी का दावा है कि कश्मीर के हालात ठीक हैं. अगर भारतीय मीडिया घराने जम्मू-कश्मीर में अशांति की स्थिति को कवर नहीं करते हैं तो क्या इसका मतलब स्थिरता होता है?

पी चिदंबरम ने सात राज्यों में सत्तारूढ़ क्षेत्रीय दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने राज्यसभा में भय के कारण सहयोग नहीं किया. हमें पता है कि लोकसभा में हमारे पास बहुमत नहीं है लेकिन सात पार्टियों अन्नाद्रमुक, वाईएसआरसीपी, टीआरएस, बीजद, आप, टीएमसी, जद(यू) ने सहयोग किया होता तो विपक्ष राज्यसभा में बहुमत में होता. यह निराशाजनक है.

पी चिदंबरम ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर के सौरा क्षेत्र में लगभग 10 हजार लोगों ने विरोध किया, जो एक सच है, पुलिस ने कार्रवाई की, जो एक सच है और इस विरोध के दौरान हुई गोलीबारी एक सच्चाई है.