ऑक्सीजन कंसंट्रेटर केस: कोर्ट ने ठुकराई नवनीत कालरा की रिमांड बढ़ाने की पुलिस की अपील

अदालत 25 मई को कालरा की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी. कालरा को इस मामले के मद्देनजर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है और अदालत ने फैसला लिया है कि पुलिस हिरासत को और बढ़ाने के लिए कोई तुक नहीं बनता है.

author-image
Ravindra Singh
New Update
navneet kalra 80

नवनीत कालरा( Photo Credit : फाइल )

दिल्ली की एक अदालत ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की जमाखोरी से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार व्यवसायी नवनीत कालरा की 5 दिन की पुलिस रिमांड की मांग वाली दिल्ली पुलिस की याचिका खारिज कर दी है. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट वसुंधरा आजाद ने कहा, मेरे विचार से पुलिस रिमांड की जरूरत नहीं है. अदालत 25 मई को कालरा की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी. कालरा को इस मामले के मद्देनजर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है और अदालत ने फैसला लिया है कि पुलिस हिरासत को और बढ़ाने के लिए कोई तुक नहीं बनता है. कालरा की गिरफ्तारी 16 मई को गुरुग्राम में उसके साले के फार्महाउस से हुई थी और फिर उसे तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था.

Advertisment

आज की सुनवाई में पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे अतिरिक्त लोक अभियोजक (एपीपी) अतुल श्रीवास्तव ने तर्क दिया कि कालरा को अपने मोबाइल फोन के डेटा और बैंक अकाउंट के डिटेल्स के साथ सामने आने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ स्क्रीनशॉट्स पुलिस के पास मौजूद हैं, जिसमें लोगों ने कंसंट्रेटर्स के लिए रिफंड मांगे हैं क्योंकि ये काम नहीं कर रहे थे. एपीपी ने एम्स द्वारा प्रदान की गई विशेषज्ञ की राय का हवाला देते हुए कहा है कि कालरा द्वारा जिन कंसंट्रेटर्स की आपूर्ति कराई गई थी, वे काम के नहीं थे.

जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई के लिए मौजूद कालरा को इस दौरान बोलने की इजाजत दी गई. कालरा ने कहा कि वह इन मशीनों के निमार्ता या आया तक नहीं हैं. उन्होंने उन मैसेजेस का जिक्र किया, जहां लोगों ने कहा है कि उनके द्वारा जिन कंसंट्रेटर्स की आपूर्ति कराई गई है, उसने लोगों की जान बचाई है.

कालरा का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता विनीत मल्होत्रा ने बताया कि उनके मुवक्किल खुद ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स नहीं बनाते हैं. उन्हें मैट्रिक्स से 700 कंसंट्रेटर्स मिले थे, जिसे उन्होंने अपने कुछ दोस्तों, रिश्तेदारों और ग्राहकों में बांटने के लिए अपने परिसर में संग्रहीत किया था. उनके मुवक्किल ने अपने बैंक अकाउंट का डिटेल्स पहले ही पुलिस को दे दिया है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खराब गुणवत्ता के पहलू पर मल्होत्रा ने तर्क दिया कि पुलिस ने उनके मुवक्किल के पास से बरामद किए जाने के बाद कोविड केयर सेंटर्स को 450 कंसंट्रेटर्स की आपूर्ति की थी और बलि का बकरा उनके मुवक्किल को बनाया गया है.

गौरतलब है कि कोरोना काल में 7 मई को दिल्ली पुलिस द्वारा की गई छापेमारी के दौरान दक्षिणी दिल्ली के खान मार्केट स्थित नवनीत कालरा के तीन रेस्टोरेंट्स- खान चाचा, टाउन हॉल और नेगा एंड जू और मैट्रिक्स सेल्युलर के ऑफिस से 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बरामदगी किए थे. कालरा के तीन रेस्तरां - खान चाचा, टाउन हॉल, नेगे एंड जू से 524 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बरामदगी की गई थी.

Source : News Nation Bureau

Court Rejected Police Plea Navneet Kalara Portable Oxygen Concentrator case Oxygen concentrator case delhi-police Portable Oxygen Concentrators
      
Advertisment