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ओवैसी की पार्टी AIMIM का ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट हैक, लगाई एलन मस्क की फोटो

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) का ट्विटर अकाउंट रविवार को हैक हो गया. हैकर्स पार्टी के ऑफीशियल अकाउंट ने पार्टी के नाम की जगह एलन मस्क का नाम लिख दिया.

Updated on: 18 Jul 2021, 02:56 PM

highlights

  • ओवैसी का पार्टी का ट्विटर अकाउंट हैक
  • हैकर ने लगाई एलन मस्क की फोटो
  • सीएम योगी ने चुनौती स्वीकार कर बढ़ाया कद

नई दिल्ली:

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) का ट्विटर अकाउंट रविवार को हैक हो गया. हैकर्स पार्टी के ऑफीशियल अकाउंट ने पार्टी के नाम की जगह एलन मस्क का नाम लिख दिया. उनके प्रोफाइल में ट्विटर डीपी पर एलन मस्क की फोटो भी लगा दी. टेस्ला कंपनी के मालिक और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर एलन मस्क के फोटो एआईएसआईएम के अटाउंट पर लगने से सभी हैरान हैं. इसी बीच ट्विटर ने रविवार को AIMIM के यूपी चीफ का ट्विटर अकाउंट भी प्रतिबंधित कर दिया. हालांकि, इसे अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया था. बाद में इसे खोल दिया गया.

ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने सियासी पारा अभी से बढ़ा दिया है. यूपी की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चुनौती देकर उन्होंने अपने इरादे साफ कर दिए हैं. हालांकि राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि ओवैसी उत्तर प्रदेश के आधार पर एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं. अगर धार्मिक गणित की बात करें तो सूबे में 18 फीसदी मुस्लिम मतदाता सीधे तौर पर 140 से अधिक विधानसभा सीटों पर असर डालता है. 

सीएम योगी ने चुनौती स्वीकार कर बढ़ाया कद
इसमें शायद ही किसी को शक हो कि असदुद्दीन ओवैसी राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वकांक्षी हैं. सुर्खियों में रहने से उन्हें सबसे ज्यादा राजनीतिक फायदा मिलता है. इससे तेलंगाना में उनकी स्थिति और मजबूत होती है. साथ ही दूसरी पार्टियों की तवज्जो भी उनकी राजनीति को आसान बनाती हैं. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो हाल-फिलहाल ओवैसी पर बीजेपी का अक्रामक रुख चौंकाता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओवैसी को बड़ा और जनाधार वाला नेता बताकर चुनौती को स्वीकार कर उन्हें एक बड़े नेता के तौर पर स्थापित कर दिया है. जाहिर तौर पर मुस्लिम ध्रुवीकरण का सबसे ज्यादा लाभ बीजेपी को मिल सकता है.

बीजेपी सांसद साक्षी महाराज कह चुके हैं कि एआईएमआईएम की मौजूदगी का बीजेपी को बिहार में लाभ मिला. यूपी में भी इसका फायदा मिलेगा. यही वजह है कि सपा, कांग्रेस और दूसरी पार्टियां एआईएमआईएम को चुनाव में बीजेपी की बी टीम बता रहे हैं. हालांकि एआईएमआईएम को बीजेपी की बी टीम अर्से से करार दिया जा रहा है.