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हिंसा प्रभावित सूडान से 6,000 से अधिक लोगों ने इथियोपिया में कर चुके प्रवेश

हिंसा प्रभावित सूडान से 6,000 से अधिक लोगों ने इथियोपिया में कर चुके प्रवेश

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IANS
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Over 6,000

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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पड़ोसी सूडान में हिंसक लड़ाई से 6,000 से अधिक लोग इथियोपिया में प्रवेश कर चुके हैं। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, एक बयान में इथियोपिया के उत्तरी क्षेत्र अमहारा में पश्चिम गोंदर क्षेत्र संचार कार्यालय ने कहा कि भागे हुए लोग 42 विभिन्न देशों से हैं, जिनमें 941 इथियोपियाई नागरिक शामिल हैं जो पहले सूडान में रह रहे थे।

बयान में कहा गया है कि इस क्षेत्र से भागने वाले लोगों की संख्या वर्तमान में केवल 29 अप्रैल तक है, यदि संकट का विस्तार जारी रहता है तो एक विशिष्ट शरणार्थियों के आवास स्थल को नामित करने की योजना पहले से ही चल रही है।

बयान में यह भी कहा गया है कि स्थानीय अधिकारी शरणार्थियों के स्वास्थ्य, परिवहन, पोषण और पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन और इथियोपियन रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन का अनुमान है कि सूडान के अंदर 334,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं क्योंकि दो सप्ताह से अधिक समय पहले संघर्ष छिड़ गया था।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) का अनुमान है कि 100,000 से अधिक शरणार्थी पड़ोसी देशों में भाग गए हैं।

यूएनएचसीआर ने कहा कि अधिकांश सूडानी शरणार्थी चाड और मिस्र में आ रहे हैं और दक्षिण सूडान से अपने घर लौट रहे हैं।

शरणार्थियों में मुख्य रूप से महिलाएं और बच्चे हैं।

15 अप्रैल को सूडान की राजधानी खार्तूम में क्रूर लड़ाई शुरू हुई और देश के विभिन्न हिस्सों में तेजी से बढ़ी।

चल रही लड़ाई सूडानी सशस्त्र बल (एसएएफ) और रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर संघर्ष शुरू करने का आरोप लगाया है।

सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, घातक संघर्षों में अब तक 550 लोग मारे गए हैं और 4,926 अन्य घायल हुए हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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