बिहार में विशाखापत्तनम रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में मंगलवार को अंतर्राज्यीय रेलवे टिकट कन्फमिर्ंग गिरोह का भंडाफोड़ किया।
उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों और विधायकों के 200 से अधिक लेटरहेड भी जब्त किए हैं। गिरोह के सरगना ने लगभग हर राज्य में अपना नेटवर्क फैला रखा है और एमपी कोटे के तहत कन्फर्म के लिए केवल अनकंफम्र्ड टिकटों के पीएनआर नंबर की जरूरत है।
आंध्र प्रदेश के आरपीएफ ने 1 जून 2022 को विशाखापत्तनम के मारुपुलम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की थी। जांच के दौरान आरपीएफ ने कुछ दलालों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने अनकंफम्र्ड टिकटों को कन्फर्म करने के तौर-तरीकों का खुलासा किया था।
आरपीएफ की टीम के साथ मुजफ्फरपुर पहुंचे इंस्पेक्टर आर कुमार राव ने इसकी जानकारी जिला पुलिस को दी। तदनुसार, एक संयुक्त टीम ने सदर थाना अंतर्गत श्रीकृष्ण नगर इलाके में छापा मारा। छापेमारी के बारे में आरोपी को पता चला और छापेमारी दल के पहुंचने से पहले ही वह मौके से फरार हो गया।
आरोपी से दलालों ने संपर्क किया था और वह केवल पीएनआर नंबर भेजते थे। वह सांसदों के लिए आरक्षित वीआईपी कोटे के तहत टिकट की पुष्टि के लिए विभिन्न सांसदों के लेटरहेड का इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
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Source : IANS