नोटबंदी के कारण शुक्रवार को भी संसद में कोई काम-काज नहीं हो पाया। शीतकालीन सत्र का आठवां दिन भी नोटबंदी के खिलाफ चल रहे हंगामे की भेंट चढ़ गया। शुक्रवार सुबह 11 बजे लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई लेकिन विपक्षी दल प्रधानमंत्री को बुलाने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे।
हंगामे की वजह से पहले सदन को दोपहर बाद 2.30 तक के लिए स्थगित किया गया लेकिन बाद में इसे 28 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बीच विपक्ष ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अब 28 नवंबर से पहले नोटबंदी को लेकर उसकी सरकार के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। विपक्षी दल 28 नवंबर को नोटबंदी के खिलाफ जन आक्रोश आंदोलन कर रहे हैं।
नोटबंदी पर बहस के लिए विपक्षी दल पीएम मोदी को संसद बुलाने पर अड़े हुए हैं। इसके अलावा विपक्षी दलों ने पीएम से अपने बयान पर माफी मांगने की मांग की जिसमें उन्होंने कहा था कि विपक्ष को हमारी तैयारियों से दिक्कत नहीं हैं बल्कि नोटबंदी के ऐलान ने उन्हें तैयारी करने का मौका नहीं दिया। पीएम ने कहा कि सरकार की तैयारियों की वजह से काला धन रखने वालों को अपना धन साफ करने का मौका नहीं मिला, जिसकी वजह से वह भड़के हुए हैं।
राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा कि सत्ता पक्ष के लोग विपक्ष पर संसद को नहीं चलने देने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन सरकार ने तो देश को ही डिरेल कर दिया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री की नीयत ठीक है तो वे संसद से भाग क्यो रहे हैं। मायावती नोटबंदी को लेकर लगातार के खिलाफ मोर्चा खोले हुई हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कालेधन पर राजनितिक पार्टियों पर दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को गलत बताते हुए कहा कि हम पीएम के इस बयान का विरोध करते हैं। इस बीच जेडीयू ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी से पहले बिहार में बीजेपी के नेताओं ने जमीनें खरीदीं।
जेडीयू ने इस पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की है। संसद में विपक्षी दलों ने इस मसले को उठाया। उन्होंने कहा कि यह मामला बताता है कि बीजेपी के लोगों को नटोबंदी के फैसले के बारे में पहले से जानकारी थी।
वहीं राज्यसभा में पीएम मोदी के विपक्षी दलों से माफी मांगने की मांग पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पीएम ने कालेधन को लेकर अपने बयान में विपक्ष का नाम ही नहीं लिया लेकिर फिर भी विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है।
बीजेपी सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा, 'पीएम के माफी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता। सदन में चर्चा चलती रहती है, जरूरी नहीं है कि पीएम लगातार बैठे रहे।'
HIGHLIGHTS
नोटबंदी के कारण शुक्रवार को भी संसद में कोई काम-काज नहीं हो पाया
शीतकालीन सत्र का आठवां दिन भी नोटबंदी के खिलाफ चल रहे हंगामे की भेंट चढ़ गया
Source : News Nation Bureau