नोटबंदी के ऐलान के एक महीने पूरे होने के बावजूद लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। नोटबंदी के फैसले का विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस, टीएमसी, बीएसपी और एसपी ने गुरुवार को 'काला दिवस' मनाया।
विपक्षी दल के सांसद काली पट्टी बांध कर संसद भवन पहुंचे जहां उन्होंने गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं सरकार ने विपक्षी दलों के काला दिवस को 'काला धन समर्थन दिवस' करार दिया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'नोटबंदी जिसको मोदी का साहसिक कदम बताया बताया जा रहा है, दरअसल वह एक मूर्खतापूर्ण निर्णय है।' उन्होंने कहा, 'संंसद चलाने की जिम्मेदारी स्पीकर और सरकार की है, न कि विपक्ष की।'
राहुल ने कहा कि लोकसभा में मुझे बोलने दिया जाए तो मैं सब बता दूंगा कि पेटीएम कैसे पे टू मोदी होता है।
लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'पहले पीएम ने 5 दिन, फिर 5 हफ्ता और फिर 50 दिन का समय लिया। लेकिन एक महीने होने के बावजूद 50 प्रतिशत भी हालत में सुधार नहीं हुआ है।'
कांग्रेस ने बुधवार को राज्यसभा में सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद अब तक 84 लोगों की लाइनों में मौत हो चुकी है।
विपक्ष के हंगामें और सरकार के अपने रूख के कारण अब तक का संसद का शीतकालीन सत्र बाधित ही रहा है। लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दल चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी और वोटिंग की मांग कर रहे हैं।
केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद से देश भर में नकदी की कमी, केंद्रीय कर्मचारियों को कथित तौर पर वेतन का भुगतान न होने को लेकर विपक्ष सदन में हंगामा कर रहा है।
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HIGHLIGHTS
- नोटबंदी के एक महीने पूरे, विपक्षी दलों ने मनाया 'काला दिवस'
- 'सरकार ने कहा यह काला धन समर्थन दिवस है'
- राहुल ने कहा, 'नोटबंदी साहसिक नहीं, मूर्खतापूर्ण कदम है'
Source : News Nation Bureau