केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष अब एकजूट होता नजर आ रहा है। मंगलवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले आज तमाम विपक्षी पार्टियों ने बैठक की। इसमें कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, जेडीयू, झारखंड मुक्ति मोर्चा, सीपीआई और सीपीआई (एम) सहित कई दूसरी पार्टियों ने हिस्सा लिया।
सभी पार्टियां मंगलवार को फिर मिलेंगी जिसमें नोटबंदी और संसद में आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगी।
संसद का शीतकालीन सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है और माना जा रहा है कि नोटबंदी पर संसद में सरकार को घेरने की कोशिश होगी। ऐसे में सरकार के लिए यह सत्र बेहद मुश्किल साबित हो सकता है। विपक्ष की एकजुटता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर सीपीआई (एम) से हाथ मिलाने तक के संकेत दे चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर की शाम अचानक 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना कर रही हैं।
अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, मायावती और मुलायम सिंह यादव तक ने कहा है कि इससे आम जनता की परेशानी बढ़ी है और सरकार को ये फैसला वापस लेना चाहिए। हालांकि, नीतीश कुमार नोटबंदी पर केंद्र सरकार का समर्थन कर चुके हैं।
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इससे पहले आज बसपा सुप्रीमो मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और यूपी में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की दावेदार शीला दीक्षित ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने ऐसी घोषणा करके जनता को मुश्किल में डाल दिया है।
HIGHLIGHTS
- संसद सत्र से पहले विपक्षी पार्टियों की हुई बैठक
- मायावती, ममता बनर्जी, मुलायम सिंह जता चुके हैं नोटबंदी पर विरोध
Source : News Nation Bureau