नोटबंदी को लेकर सरकार को सदन में घेरने वाली विपक्ष अब सड़क पर भी छूट देने के मूड में नहीं है। बुधवार को दोनों सदनों में कार्यवाही ठप होने के बाद विपक्ष की एकजुटता जंतर मंतर के आगे तक जाती दिखाई दे रही है।
ममता बनर्जी ने जंतर मंतर पर फ़ैसले के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन शुरू किया, जिसे बाद में कांग्रेस, टीएमसी, जदयू, माकपा, भाकपा, एनसीपी, बसपा और राजद जैसे दल ने भी अपना समर्थन दिया है।
विपक्ष ने एलान किया है कि 28 नवम्बर को देश के सभी राज्यों में आक्रोश दिवस मनाया जायेगा। इस दौरान सभी विपक्षी पार्टियां राज्यों में फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करेगी।
इसके तहत 28 नवंबर को सभी राज्यों में धरने प्रदर्शन होंगे। लेफ्ट पार्टियां 24 से 30 नवंबर तक प्रदर्शन करेंगी।
नोटबंदी के विरोध में लगभग पूरा विपक्ष (14 पार्टियां) एकजुट है। क़रीब 200 सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। अब विपक्ष ने 28 नवंबर को आक्रोश दिवस मनाने का एलान किया है।
Source : News Nation Bureau