नोटबंदी के खिलाफ तृणमूल के साथ नेशनल कांफ्रेंस और आम आदमी पार्टी के साथ साथ एनडीए की सहयोगी शिवसेना राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च कर रहीं है। अरविंद केजरीवाल इस मार्च में शामिल नहीं हए है लेकिन लोकसभा संसद भगवंत सिंह मान साथ में है। ममता बनर्जी राष्ट्रपति से मिलकर ज्ञापन सौपेंगी।
16 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र पर विपक्ष ने नोटबंदी के खिलाफ सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। हालांकि सरकार को घेरने को लेकर विपक्ष में भी दो खेमे में बंटा नजर आ रह है। एक खेमे की अगुवाई कांग्रेस करेगा जबकि दूसरे खेमे की अगुवाई ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस करेगी।
तृणमूल की अगुवाई वाला खेमा राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेगा। गौरतलब है कि इस खेमे में तृणमूल के साथ नेशनल कांफ्रेंस और आम आदमी पार्टी के साथ साथ एनडीए की सहयोगी शिवसेना भी शामिल होगी।कांग्रेस समेत अन्य दल माकपा, भाकपा, राकांपा, राजद,झामुमो, आरएसपी, आदि संसद के भीतर दोनों सदनों में घेरने की रणनीति तैयार कर चुकी है।
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विपक्ष दलों की बैठक
वहीं विपक्षी दल सरकार से नोटबंदी के फैसले को वापस लिए जाने की मांग नहीं कर रहे हैं। विपक्षी दल नोटबंदी की वजह से होने वाली परेशानियों को मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नोटबंदी के मसले को लेकर सरकार को संसद के दोनों सदनों में घेरने की रणनीति तैयार कर चुकी है।
शीतकालीन सत्र की शुरूआत से पहले हुई विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस, माकपा, भाकपा, राकांपा, राजद, तृणमूल कांग्रेस, झामुमो, आरएसपी, जदयू, बसपा और सपा बैठक में शामिल हुए। वहीं आम आदमी पार्टी और बीजद जैसे दल बैठक से दूर रहे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि वह बुधवार को राष्ट्रपति से मिलेंगी। बनर्जी नोटबंदी के फैसले के खिलाफ सबसे अधिक मुखर रही हैं।
Source : News Nation Bureau