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सीएए का विरोध करना विदेशी छात्र को पड़ा महंगा, मिला देश छोड़ने का आदेश

जाधवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University) में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment act) का विरोध करना एक विदेशी छात्र को महंगा पड़ गया है.

Updated on: 01 Mar 2020, 07:47 PM

नई दिल्ली:

जाधवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University) में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment act) का विरोध करना एक विदेशी छात्र को महंगा पड़ गया है. पोलैंड (Poland) के एक छात्र को विदेशी नागरिक क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) ने देश छोड़कर जाने को कहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोलकाता में सीएए के विरोध में निकाली गई रैली में छात्र ने हिस्सा लिया था. जिसके बाद यह कड़ा कदम उठाया गया है.

इस घटना से ठीक पहले विश्व भारतीय यूनिवर्सिटी की बांग्लादेशी छात्रा को एफआरआरओ ने इसी तरह का निर्देश जारी किया था. जब छात्रा ने सीएए विरोधी प्रदर्शन की तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था.

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जानकारी के मुताबिक जाधवपुर यूनिवर्सिटी (Jadavpur University) के तुलनात्मक साहित्य के छात्र पोलैंड निवासी कामिल सिएदसिंस्की को FRRO ने अपने कोलकाता कार्यालय में आने को कहा है. वह 22 फरवरी को गया भी था. जहां कामिल सिएदसिंस्की को एफआरआरओ ने दो हफ्ते के भीतर देश छोड़ने का नोटिस थमा दिया है. स्टूडेंट वीजा पर रह रहे विदेशी नागरिक के आचरण को अनुचित बताते हुए यह नोटिस दिया गया है.

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सूत्रों का कहना है कि कामिल सिएदसिंस्की को पिछले साल दिसंबर में शहर के मोलाली इलाके में सीएए विरोधी रैली में शामिल होने की सजा मिली है. यहां पर एक बंगाली अखबार ने उसके प्रदर्शन में शामिल होने पर एक छोटी सी खबर भी छापी थी.