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Operation Ajay: खतरे का सायरन, बमों की आवाज... इजराइल से दिल्ली लौटे भारतीय नागरिकों ने सुनाई आपबीती

Operation Ajay: ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए एक भारतीय नागरिक ने कहा कि इज़रायल में युद्ध शुरू होने के बाद हमें भारत से हमारे परिवार और दोस्तों के फोन आने लगे थे, सभी हमारे लिए फिक्रमंद थे

Updated on: 13 Oct 2023, 08:05 AM

New Delhi:

Operation Ajay: हमास और इजराइल के बीच जारी युद्ध के भारत सरकार ने इजराइल के अलग-अलग शहरों में फंसे अपने नागरिकों को निकालने का काम शुरू कर दिया है. इसके लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय लॉन्च किया है. ऑपरेशन अजय के तहत आज सुबह 6 बजे इज़राइल से 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान दि हवाई अड्डे पर उतरी. केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने एयरपोर्ट पर नागरिकों का स्वागत किया. इस दौरान इजराइल से स्वदेश लौटे लोगों ने अपने-अपने अनुभव शेयर किए और हमास-इजारइल युद्ध का आंखों देखा हाल बताया.

 इज़राइल से भारत आई सीमा बलसारा ने कहा कि मैं एयर इंडिया की ओर से तेल अवीव में एयरपोर्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत थी, मैं वहां पर पिछले 10 महीने से थी, वहां से हमें बाहर निकाला गया. पिछले 4-5 दिनों से वहां की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हमने उस स्थिति का सामना किया और अब हम यहां हैं. मेरा परिवार भारत में ही रहता है, मैं वहां(तेल अवीव) रह रही थी.

ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए एक भारतीय नागरिक ने कहा कि इज़रायल में युद्ध शुरू होने के बाद हमें भारत से हमारे परिवार और दोस्तों के फोन आने लगे थे, सभी हमारे लिए फिक्रमंद थे. मैं हमारे लिए इस ऑपरेशन के इज़रायल से भारत सुरक्षित लाए जाने पर भारत सरकार और भारत के विदेश मंत्रालय का शुक्रिया अदा करता हूं.

केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी. हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया.

ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए मनोज कुमार ने कहा, मैं वहां पर बतौर पोस्ट डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यरत था, मेरा पत्नी और 4 वर्ष की बेटी भी मेरे साथ हैं. तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने काफी सहयोग किया... इसके साथ ही सुरक्षित रूप से भारत आने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं. इज़रायल की सरकार भी दिन-रात काम कर रही है..."  

इज़रायल से भारत आई एक महिला ने कहा कि मेरा बेटा अभी केवल 5 महीने का है, हम जिस स्थान पर थे वह सुरक्षित था लेकिन आगे की परिस्थिति और अपने बेटे के लिए हमने भारत आने का फैसला लिया. पहली रात हम सो रहे थे तभी एक सायरन बजा, हम वहां पर पिछले 2 वर्ष से थे हमने ऐसी परिस्थिति पहले कभी नहीं देखी थी. हम शेल्टर में गए, हम 2 घंटे के लिए शेल्टर में रहे. हम अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं, मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं.

ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला स्वाति पटेल ने बताया कि यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. वहां जब सायरन बजता है तो बहुत डर लगता है. सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है. यहां हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. जब भी सायरन बजता था तब हमें 1.5 मिनट में शेल्टर में जाना होता था.