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24 घंटे में सिर्फ 6 फीसद बढ़े मरीज, धीमे होने लगी कोरोना की रफ्तार

देश में कोरोना के 100 मामले सामने आने के बाद शनिवार को 1490 मामले सामने आए. नए मामलों में सिर्फ 6 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई. 9.1 दिनों में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है.

Updated on: 26 Apr 2020, 11:29 AM

नई दिल्ली:

कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच कुछ राहत भरी खबर भी आई है. शुक्रवार सुबह से शनिवार सुबह तक (पिछले 24 घंटों) में कोरोना के नए मामलों में सिर्फ 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अभी तक जो आंकड़े सामने आए हैं उनके मुताबिक औसतन हर 9.1 दिन में मरीज दोगुने हो रहे थे. देश में 14 मार्च को कोरोना के मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंची थी. अब पहली बार ग्रोथ रेट कम होने की रिपोर्ट सामने आई है.

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लॉकडाउन से मिला काफी फायदा
स्वास्थ्य विभाग पहले ही कह चुका है कि भारत को लॉकडाउन से काफी फायदा हुआ है. भारत में लॉकडाउन उस समय लगाया गया जब भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 500 के आसपास थे. 24 मार्च तक आते आते रोजाना औसतन वृद्धि 21.6 फीसद थी. जो अब घटकर 6 फीसद तक आ गई है. अगर भारत में 21 फीसद की रफ्तार से ही मामले बढ़ते तो अब तक देश में 2 लाख कोरोनो संक्रमित केस होते.  

सात राज्यों में सबसे ज्यादा संक्रमित
वैसे तो देश के हर राज्य में कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन सात राज्यों में काफी तेजी से मामले बढ़े हैं. जिन राज्यों में मामले सबसे तेजी से बढ़े हैं उनमें गुजरात पहले नंबर हैं. इसके अलावा पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड का नंबर है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि इन्हीं सात राज्यों में भारत के दो तिहाई केस हैं.  

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अन्य राज्यों में भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की कोशिश
हाल ही में दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से किया गया. इसके कई चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. गंभीर हालत के मरीजों को भी इस थेरेपी से काफी लाभ पहुंचा. जो मरीज आईसीयू में भर्ती थे उन्हें भी ठीक किया जा सका. दिल्ली के बाद अब आईसीएमआर से पटना एम्स में मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने की इजाजत मांगी गई है. इसके अलाना कर्नाटक और लखनऊ के केजीएमयू में शनिवार से यह तकनीक शुरू हो गई है.