जामिया में शुरू हो रही हैं पीएचडी के नए छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं
जामिया में शुरू हो रही हैं पीएचडी के नए छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं
नई दिल्ली:
जामिया मिलिया इस्लामिया ने पीएचडी की कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के तहत शुक्रवार 1 अक्टूबर से जामिया ने पीएचडी के नए छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू कर दी हैं। हालांकि यहां खास बात यह है कि फिलहाल यह कक्षाएं केवल ऑनलाइन मोड में ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि पीएचडी में दाखिला लेने वाले सभी नए छात्रों के लिए अभी केवल ऑनलाइन कक्षा का विकल्प हैं।जामिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी किए गए एक आधिकारिक नोटिस में यह सूचना दी गई है कि पीएचडी के नए छात्रों के लिए फिलहाल ऑनलाइन कक्षाएं ही चलाई जाएंगी।
जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि फिलहाल विश्वविद्यालय परिसर के हॉस्टल भी अभी शुरू नहीं करने का फैसला लिया गया है।
जामिया में केवल पीएचडी से जुड़े छात्र प्रयोगशाला की सुविधा हेतु आ सकेंगे। यह सुविधा उन छात्रों को दी गई है जिन्हें 31 दिसंबर तक अपनी थीसिस जमा करवानी है।
हालांकि जल्द ही जामिया विश्वविद्यालय में फाइनल ईयर और फाइनल सेमेस्टर के छात्रों की ऑफलाइन मौजूदगी दर्ज की जाएंगी। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक नवंबर महीने के दौरान फाइनल ईयर के छात्रों को कैंपस में आने की इजाजत दी जाएंगी।
इस दौरान छात्र कैंपस में आकर ऑफलाइन प्रैक्टिकल कक्षाएं ले सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक नोटिस जारी करके कहा कि इसके अलावा अन्य सभी प्रकार की कक्षाएं एवं परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ही चलती रहेंगी।
कोरोना के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों को फिर से खोला जा रहा है। इसी के तहत जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने तीसरे वर्ष के पीएचडी छात्रों के लिए कैंपस खोल दिया है। एमएससी और बीटेक छात्रों के लिए कैंपस खोला जा रहा है।
जेएनयू में चौथे चरण की रिओपनिंग 27 सितंबर से शुरू हो चुकी है। जेएनयू के डिप्टी रजिस्ट्रार ने बताया कि चौथे चरण में एमएससी फाइनल ईयर और बीटेक चौथे वर्ष के सभी छात्रों को विश्वविद्यालय कैंपस में आने की अनुमति है।
जामिया और जेएनयू विश्वविद्यालय के अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय में भी नियंत्रित तरीके से छात्रों को कैंपस आने की इजाजत दी गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय में भी फिलहाल विज्ञान एवं शोध से जुड़े छात्रों को ऑफलाइन कक्षाओं की इजाजत मिली है। वहीं अन्य विषयों के अधिकांश छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में भी अभी केवल ऑनलाइन कक्षाओं का ही विकल्प मौजूद है।
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