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कोविड के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं लेने वाले बच्चे सिरदर्द के हो रहे शिकार : अध्ययन

कोविड के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं लेने वाले बच्चे सिरदर्द के हो रहे शिकार : अध्ययन

Updated on: 25 Jun 2022, 05:15 PM

नई दिल्ली:

कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन क्लासिस लेने वाले एक तिहाई से अधिक स्कूली बच्चों ने सिरदर्द के लक्षणों या नए शुरुआती सिरदर्द की सूचना दी है। एक नए अध्ययन में इसकी जानकारी दी गई है।

यूरोपियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी (ईएएन) कांग्रेस 2022 में प्रस्तुत अध्ययन ने संकेत दिया कि कंप्यूटर स्क्रीन के लंबे समय तक संपर्क, घर से ऑनलाइन सीखने के लिए उपयुक्त परिस्थितियों की कमी, स्कूल परीक्षा और कोविड-19 के बारे में चिंताएं सभी सिरदर्द के लक्षणों के बिगड़ने या नए-नए सिरदर्द को ट्रिगर करने के लिए जोखिम कारक पाए गए।

तुर्की के करमन में एर्मेनेक स्टेट अस्पताल के प्रमुख शोधकर्ता आयसे नूर ओजदाग एकरली ने कहा, हालांकि पहले के अध्ययनों में बताया गया था कि कोविड-19 के शुरुआती हफ्तों और महीनों में स्कूलों के बंद होने के कारण युवा लोगों को कम सिरदर्द हो रहा था, इस दीर्घकालिक अध्ययन में पाया गया है कि महामारी के तनाव और दबाव ने अंतत: इसे बढ़ा दिया।

अध्ययन के लिए, टीम ने 10 से 18 वर्ष की आयु के 851 किशोरों का विश्लेषण किया, जिसमें 756 (89 प्रतिशत) बच्चों ने अध्ययन अवधि के दौरान सिरदर्द की शिकायत की। इन बच्चों में, 10 प्रतिशत ने महामारी के घर-विद्यालय की अवधि में नए-नए सिरदर्द की सूचना दी। एक चौथाई से अधिक (27 प्रतिशत) बच्चों ने कहा कि उनका सिरदर्द घातक हो गया है, 61 प्रतिशत ने कहा कि उनका सिरदर्द स्थिर बना हुआ है और 3 प्रतिशत ने कहा कि उनके सिरदर्द में सुधार हुआ है।

इस समूह के आधे से अधिक बच्चे (43 प्रतिशत) स्थिर समूह में एक तिहाई (33 प्रतिशत) की तुलना में महीने में कम से कम एक बार दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं।

अध्ययन में पाया गया कि सिरदर्द का मानसिक स्वास्थ्य और स्कूल की उपलब्धियों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.