'एक राष्ट्र एक चुनाव' पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. 20 जून को नरेंद्र मोदी के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से चर्चा करने की संभावना है. मोदी सरकार शुरू से एक राष्ट्र एक चुनाव की बात करती रही है. सरकार ने विपक्ष से आज से शुरू होने वाले सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने के लिए सहयोग की मांग की है.
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रविवार को हुई थी पहली सर्वदलीय बैठक
बजट सत्र से पहले रविवार (16 जून) को विपक्षी पार्टियों के साथ सरकार की संसदीय सर्वदलीय बैठक हुई. बजट सत्र को सुचारू रूप से चलाने और सामंजस्य बिठाने के लिए ये बैठक हुई. जहां लोकसभा में इस बार कांग्रेस की तरफ से अधिरंजन चौधरी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तो वहीं राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोबारा में सत्ता में आने के बाद पहली बार सर्वदलीय बैठक बुलाई थी.
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17वीं लोकसभा के संसद सत्र से पहले हो रही बैठक में सभी पार्टी की इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सपा नेता राम गोपाल यादव और राज्यसभा से बीजेपी नेता थावर चंद गहलोत सहित सभी पार्टी के नेता संसद में मौजूद रहे. आज यानि सोमवार से बजट सत्र शुरू होने वाला है. इस बैठक को बुलाने का मकसद यह था कि संसद का कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके.
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कांग्रेस ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' का हमेशा किया है विरोध
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' का हमेशा विरोध किया है. कांग्रेस ने पिछले साल अगस्त में भी इसका पुरजोर विरोध किया था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम समेत और अन्य नेताओं ने विधि आयोग के सामने विरोध जताया था. हालांकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' को समर्थन देने की बात कही थी.