यमुना नदी के तट की सफाई के लिए शनिवार तड़के कई ग्रीन एंड रिवर कार्यकर्ताओं ने श्रमदान कर महात्मा गांधी की जयंती मनाई।
सफाई कार्यक्रम में नमामि गंगे, नदी कनेक्ट अभियान, वृक्षिता, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी के सदस्य शामिल हुए।
नमामि गंगे की स्थानीय संयोजक पायल सिंह राणा ने कहा कि यमुना नदी में प्रदूषण की स्थिति गंभीर है।
रिवर कनेक्ट के प्रचारक पंडित जुगल किशोर ने कहा कि ताजमहल के नीचे एक बैराज दशकों से जल रहा था। योगी सरकार को इस परियोजना को अविलंब हाथ में लेना चाहिए।
पर्यावरणविद् देवाशीष भट्टाचार्य ने कहा, अभी यमुना पूरी तरह से बह रही है, लेकिन कुछ हफ्तों के बाद, नजारा कुछ अलग होगा, जब प्रदूषकों के ढेर फिर से हर जगह दिखाई देने लगेंगे, जिससे ताजमहल के पीछे का माहौल खराब हो जाएगा।
यमुना नदी, शहर की जीवन रेखा, शहर के ठीक बीच में बहती है, जिसमें आधा दर्जन भव्य मुगल स्मारकों से युक्त एक लंबी नदी है। ब्रज मंडल हेरिटेज कंजर्वेशन सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि विरासत संरक्षणवादी लगातार चेतावनी देते रहे हैं कि इन स्मारकों का स्वास्थ्य यमुना नदी के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है जो इन कीमती संरचनाओं का पोषण और रखरखाव करती है।
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Source : IANS