नोटबंदी के बाद कई कर्मचारियों की नवंबर माह की सैलरी बैंक खातों में बुधवार को आ गई। हालांकि लोगों के हाथों में सैलरी नहीं आ पाई। सैलरी निकालने के लिए लोगों को लंबी कतारों में जूझना पड़ा। कुछ लोगों को कैश मिला कुछ को खाली हाथ लौटना पड़ा।
एटीएम में पर्याप्त कैश नहीं होने के कारण लोगों को अभी आगे भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। नोटबंदी के बाद बुधवार को सैलरी पेमेंट का पहला दिन था। बैंक खुलने के कुछ ही घंटों के अंदर नए नोट खत्म हो गए।
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खबरों की माने तो सरकार का दावा है कि 500 रुपये के नोटों की सप्लाई बढ़ाने की पूरी कोशिश की जा रही है। सरकार के दावे के बावजूद बैंकों और एटीएम में कैश की किल्लत जारी है।
कई प्राइवेट बैंकों ने सरकारी लिमिट से भी कम लिमिट अपने स्तर पर लागू कर दी है। उनका कहना है कि उनकी हालत सरकारी बैंकों से भी खराब है। उनके पास बी पर्याप्त मात्रा में नए नोट नहीं हैं।
- बैंकों में अब भी नोटों की उपलब्धता नहीं है।
- वेतनभोगी लोगों को 24 हजार से ज्यादा नकदी नहीं मिलेगी।
- छोटे व्यायवसायियों को सैलेरी देने में काफी समस्या आएगी।
- सरकार ने कहा है कि दूसरे , तीसरे दर्जे के कर्मचारियों को 10000 नकदी दी जाएगी।
- छोटे व्यायवसायियों के यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भी समस्या हो सकती है।
HIGHLIGHTS
- बैंकों और एटीएम में अब भी नोटों की उपलब्धता नहीं
- कर्मचारियों को 24 हजार से ज्यादा नकदी नहीं मिलेगी
Source : News Nation Bureau