logo-image

Omicron : ये रेलवे स्टेशन नहीं है जनाब, Delhi का इंटरनेशनल एयरपोर्ट है

ओमीक्रॉन के बढ़ते प्रसार को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पर सख्त नियम बनाए गए हैं. यात्रियों को कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. इसके लिए 3500 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है, जिसका उद्देश्य ओमीक्रॉन के नए वेरिएंट को रोकना है.

Updated on: 06 Dec 2021, 09:29 AM

highlights

  • कोविड टेस्ट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं किया जा रहा पालन
  • भारत में ओमीक्रॉन के अब तक 21 केस सामने आ चुके हैं
  • विमान यात्रियों को टेस्ट रिपोर्ट के इंतजार में 6 से 8 घंटे तक लग रहे हैं

नई दिल्ली:

ओमीक्रॉन (Omicron) के बढ़ते प्रसार पर रोक के लिए सरकार लगातार कड़े नियम बना रही है. लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करने के लिए फिर से सख्ती की जा रही है, लेकिन नए नियम बनाने के चक्कर में यदि सोशल डिस्टेंसिंग की ही धज्जियां उड़ने लगे तो तो यह चिंता होना भी स्वाभाविक है. इन दिनों दिल्ली एयरपोर्ट पर ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है जहां कोविड-19 टेस्ट के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का कहीं से कोई पालन नहीं किया जा रहा है. एयरपोर्ट पर इस टेस्ट के लिए यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. भारत में ओमीक्रॉन के अब तक 21 केस सामने आ चुके हैं. 

यह भी पढ़ें : भारत में Omicron के 21 केस : नए वेरिएंट के तेजी से प्रसार पर नजर

ओमीक्रॉन के बढ़ते प्रसार को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पर सख्त नियम बनाए गए हैं. यात्रियों को कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. इसके लिए 3500 रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है, जिसका उद्देश्य ओमीक्रॉन के नए वेरिएंट को रोकना है. एक यात्री ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि लोगों को अपना परीक्षण कराने के लिए दो घंटे तक कतार में लगना पड़ रहा है. अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल पर यात्री मास्क पहने जरूर नजर आ रहे हैं, लेकिन यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं देखने को मिल रहा है.

टेस्ट के लिए है दो विकल्प

टेस्ट करने के लिए दो विकल्प हैं. यात्री रैपिड पीसीआर टेस्ट के लिए 3,500 रुपये का भुगतान कर सकते हैं जिसके रिजल्ट 2 घंटे के भीतर आता है; एक अन्य विकल्प के लिए 500 रुपये खर्च करना पड़ रह है जिसके लिए एक नियमित आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है और इस रिजल्ट के इंतजार में 6-8 घंटे तक लग रहे हैं. नियमित आरटी-पीसीआर परीक्षण के परिणाम के लिए लंबा इंतजार करना खासकर लंबी उड़ान के बाद इस तरह की स्थिति से गुजरना एयरपोर्ट के यात्रियों को परेशान कर रहा है.

20 अन्य काउंटर खुलने के बावजूद स्थिति में बदलाव नहीं

लंबे इंतजार और उच्च लागत के बावजूद यह सवाल है कि निगरानी मानदंडों को कितनी प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है, जबकि यात्री के बोर्डिंग पास पर सात दिन की होम क्वारंटाइन की मोहर लगी होती है. पिछले 24 घंटों में कोई फोन कॉल या किसी अन्य प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. दिल्ली हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार को घोषणा की थी कि यात्रियों के लिए 20 काउंटर खोले गए हैं, जहां उड़ान भरने से पहले अपने रैपिड पीसीआर या आरटी-पीसीआर परीक्षणों की प्री-बुकिंग किया जाता है. उन्होंने कहा कि जिससे रजिस्ट्रेशन में लगने वाले समय की बचत होगी.