निषाद पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा के करीब पहुंच रही है और गठबंधन पर नजर गड़ाए हुए है, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) बिहार की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के साथ गठबंधन करने की राह पर है।
निषाद पार्टी और वीआईपी दोनों निषाद आधारित पार्टियां हैं।
एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और वीआईपी अध्यक्ष मुकेश साहनी ने सप्ताहांत में लखनऊ में एक बैठक की। जिसके बाद सूत्रों ने कहा कि दोनों नेता सैद्धांतिक रूप से आगामी यूपी विधानसभा चुनावों के लिए हाथ मिलाने के लिए सहमत हुए।
बिहार में नीतीश कुमार सरकार में मंत्री रहे साहनी ने कहा, हम बिहार में एनडीए के सहयोगी हैं लेकिन यूपी में ऐसा नहीं है। अगर बीजेपी निषाद को आरक्षण देती है, तो हम उनका समर्थन करेंगे लेकिन अन्यथा नहीं।
उन्होंने कहा कि पूर्वाचल में 100 से अधिक सीटों पर निषाद और राजभर समुदायों की एक बड़ी आबादी है जो चुनाव के नतीजे तय कर सकती है।
उन्होंने कहा, ओबीसी वर्ग में निषाद वोट 15 फीसदी हैं लेकिन मीडिया का दावा है कि वे महज 5 से 6 फीसदी हैं। इसलिए हम जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके।
दूसरी ओर, निषाद पार्टी भाजपा के प्रति गर्मजोशी दिखा रही है और उसके अध्यक्ष संजय निषाद को विश्वास है कि भाजपा उनकी मांगों को स्वीकार कर लेगी। मांगों में विधान परिषद की सदस्यता, एक कैबिनेट बर्थ और निषाद समुदाय के लिए आरक्षण शामिल है।
इस बीच, राजभर ने संकेत दिया कि कुशवाहा, प्रजापति, मौर्य, बिंद आदि समुदायों के नेता जल्द ही उनके एसबीएसपी के नेतृत्व वाले भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होंगे।
राजभर ने भीम आर्मी के चंद्रशेखर के साथ भी बैठक की और उनकी पार्टी भीम आर्मी के साथ भी गठबंधन को लेकर आशान्वित है।
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Source : IANS