logo-image

ओआईएल ने उत्पादकता बढ़ाने के लिए ड्रोन से निगरानी शुरू की

ओआईएल ने उत्पादकता बढ़ाने के लिए ड्रोन से निगरानी शुरू की

Updated on: 27 Oct 2021, 01:05 AM

गुवाहाटी:

सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) ने मंगलवार को कच्चे तेल की चोरी, कंडेनसेट, पाइप की चोरी, कुएं के सिर से छेड़छाड़ और कच्चे तेल की डिलीवरी पाइपलाइनों के दोहन को रोकने के लिए एक महत्वाकांक्षी ड्रोन निगरानी परियोजना शुरू की।

ओआईएल के एक प्रवक्ता ने कहा कि ड्रोन निगरानी परियोजना पूर्वी असम के डिब्रूगढ़ जिले के दुलियाजान में अपने क्षेत्रीय मुख्यालय में डिजिटल रेडीनेस फॉर इनोवेशन एंड वैल्यू इन ईएंडपी (ड्राइव) पहल के तहत शुरू की गई थी, ताकि विभिन्न ओआईएल स्थानों में बदमाशों द्वारा विभिन्न आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।

प्रवक्ता ने कहा, यह वास्तविक समय का पता लगाने की विधि घुसपैठियों का पता लगाएगी, आग की घटनाओं, कच्चे तेल के रिसाव और फैल का तेजी से पता लगाने की सुविधा प्रदान करेगी और इसलिए ओआईएल को सक्रिय भूमिका निभाने में सक्षम बनाएगी।

ओआईएल ने बेहतर प्रदर्शन प्राप्त करने और उत्पादकता में सुधार के लिए असम में अपने प्रतिष्ठानों और तेल और गैस पाइपलाइनों के लिए ड्रोन निगरानी सेवाओं को शामिल किया है।

ड्रोन निगरानी परियोजना को लॉन्च करते हुए ओआईएल के रेजिडेंट मुख्य कार्यकारी प्रशांत बोरकाकोटी ने कहा, ओआईएल एक प्रगतिशील और जिम्मेदार संगठन है जो नई विकसित तकनीकों को अपना रहा है, जिसका उपयोग परिचालन क्षेत्रों की बेहतर सुरक्षा और सुरक्षा के लिए किया जा सकता है।

बोरकाकोटी ने कहा कि ड्रोन निगरानी परियोजना इस दिशा में एक कदम है जो ओआईएल को शरारती गतिविधियों को काफी हद तक कम करने, सुरक्षा के लिए तेजी से प्रतिक्रिया, स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण के मुद्दों की रक्षा करने में मदद करेगी, जिसके परिणामस्वरूप लाभ और सुरक्षित संचालन में वृद्धि होगी।

इस अवसर पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक एस.एस. शर्मा और ओआईएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.