योगी आदित्यनाथ के मंत्रियों ने ऑफिस से गायब कर्मचारियों को दी चेतावनी, कहा- पिछली सरकार के खुमार से आना होगा बाहर
अपने विभागों में काम कर रही नौकरशाही का दौरा करने पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने अधिकारियों पर भड़क गये।
नई दिल्ली:
समय से दफ्तर पहुंचने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश राज्य के बाबुओं पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। सीएम के आदेश के बाद अपने विभागों में काम कर रही नौकरशाही का दौरा करने पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने अधिकारियों पर भड़क गये।
दोनों मंत्रियों को अपने विभागों में ज्यादातर कुर्सियां खाली मिलीं और उन्हें गिने-चुने कर्माचरी ही कुर्सी पर नजर आए। कृषि मंत्री इतने नाराज हुए कि उन्होंने खाली कार्यालय कक्षों में ताले लगवा दिये।
शाही ने कहा, 'अधिकारियों और कर्मचारियों का समय से दफ्तर ना आना बहुत लापरवाही का मामला है। यह स्थिति चिंताजनक और बेहद असंतोषजनक है। आज अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन कटेगा। अधिकारियों का वेतन काटे जाने के साथ-साथ उन्हें चेतावनी भी दी जाएगी। स्थिति ठीक नहीं होती है तो उपर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।'
उन्होंने कहा, 'बार-बार अनुपस्थित रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। मैं कृषि विभाग में कोई काम लम्बित नहीं देखना चाहता। अधिकारियों की आदत खराब हो चुकी है. जब मन करेगा, छुट्टी ले लेंगे। जब चाहेंगे काम टाल देंगे।'
उधर, वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा करीब सवा 11 बजे अचानक शिया वक्फ बोर्ड के दफ्तर पहुंच गए। वहां अधिकारियों और कर्मचारियों को नदारद देखकर वह आगबबूला हो गये।
उन्होंने कहा कि दफ्तर में आने के समय को लेकर जो भी आदेश हैं, उनका पालन किया जाए, वरना सबको निलम्बित कर दिया जाएगा।
रजा ने कहा, 'सवा 11 बजे मैं जब यहां आया तो केवल एक ही कर्मचारी मौजूद था। दफ्तर के सारे एसी, पंखे और लाइट चल रहे हैं। इन लोगों को जनता के पैसे का जरा भी दर्द नहीं है।'
उन्होंने कहा कि उनके निरीक्षण के वक्त कार्यालय से नदारद रहे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। उन्हें स्पष्टीकरण देना होगा कि क्यों ना बोर्ड को भंग कर नया बोर्ड बनाया जाए।
इसे भी पढ़ेंः भारत ने दी पाकिस्तान को चेतावनी, अगर कुलभूषण जाधव को फांसी हुई तो भारत इसे हत्या मानेगा
वक्फ राज्यमंत्री ने कहा, 'यहां काम करने वाले लोगों पर इतने आरोप हैं। वक्फ काउंसिल ऑफ इण्डिया की रिपोर्ट के बाद भी इन्हें समझ नहीं आ रहा है। इन्हें पिछली सरकार के खुमार से बाहर आना पड़ेगा।'
इसे भी पढ़ेंः पाकिस्तान में कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को मौत की सजा
मालूम हो कि वक्फ काउंसिल ऑफ इण्डिया की हाल में आयी रिपोर्ट में शिया वक्फ बोर्ड में गबन का मामला प्रकाश में आया है। इसके छींटे पूर्व वक्फ मंत्री आजम खां और शिया वक्फ बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष वसीम रिजवी समेत कई अधिकारियों पर पड़े हैं।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन