Advertisment

दो करोड़पति सरकारी अधिकारी ओडिशा सतर्कता जांच के दायरे में

दो करोड़पति सरकारी अधिकारी ओडिशा सतर्कता जांच के दायरे में

author-image
IANS
New Update
Odiha vigilance

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

ओडिशा विजिलेंस ने सोमवार को एक सहायक इंजीनियर और एक बैंकर की संपत्तियों पर छापा मारा और दोनों अधिकारियों की करोड़ों रुपये की संपत्ति का पता लगाया।

सतर्कता विभाग ने सदर ब्लॉक, कटक के सहायक अभियंता विकास चंद्र भुइयां की संपत्तियों पर चार स्थानों पर छापे मारे और भुवनेश्वर में एक दो मंजिला सुसज्जित भवन, बैंक जमा और 50 लाख रुपये से अधिक के आभूषण और क्रिप्टो करेंसी में निवेश पाया।

सतर्कता विभाग ने कहा कि उन्होंने भुवनेश्वर और कटक शहरों के प्रमुख क्षेत्रों में स्थित भुइयां के सात भूखंडों का पता लगाया। इंजीनियर के कब्जे से 13.40 लाख रुपये मूल्य का एक चार पहिया (डस्टर) व तीन दोपहिया वाहन सहित 11.73 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।

इसके अलावा, उनके रिश्तेदार के नाम पर भुवनेश्वर के बोमिकखाल में स्थित एक दोमंजिला इमारत की एक बेनामी संपत्ति का पता चला है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है।

इसके अलावा, भुइयां ने अपने बेटे और बेटी की इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा पर लगभग 1 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसका विवरण तलाशी के दौरान सामने आया है।

इसी तरह भवानीपटना केंद्रीय सहकारी बैंक के बैंकिंग सहायक प्रदीप कुमार चंद्राकर के कब्जे से भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारियों ने करोड़ों की चल-अचल संपत्ति बरामद की है।

प्रदीप के नुआपाड़ा में एक दो मंजिला इमारत है, जिसकी कीमत 1.11 करोड़ रुपये से अधिक होगी।

बैंकर के कब्जे से नुआपाड़ा जिले के बेलटुकुरी में करीब 25.80 लाख रुपये की दो मंजिला इमारत, 48 लाख रुपये की कीमत की दो मंजिला इमारतें मिली हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सतर्कता विभाग ने खरियार और नुआपाड़ा में और उसके आसपास के 11 भूखंडों का भी पता लगाया, जिनकी पंजीकृत बिक्री विलेख मूल्य 35.60 लाख रुपये आता है। हालांकि, वास्तविक मूल्य बहुत अधिक होने की संभावना है।

उसके पास से 25.42 लाख रुपये के बैंक, डाक जमा, सावधि जमा और बीमा जमा, एक चार पहिया, एक पावर टिलर और तीन दोपहिया वाहन, सोने और चांदी के आभूषण और 5 लाख रुपये के घरेलू सामान बरामद किए गए।

इसके अलावा, घर की तलाशी के दौरान नुआपाड़ा में उसके सहयोगी के नाम पर चार बेनामी भूखंड भी पाए गए, जिनका सत्यापन किया जा रहा है।

इस बीच, सतर्कता विभाग ने देव चंदन राउत, तकनीकी सलाहकार, प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) अनुभाग, एनएसी खरियार को पीएमएवाई लाभार्थी से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment