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ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और डीकिन यूनिवर्सिटी की साझेदारी में भारतीय छात्रों को विदेश में मिलेंगे पढ़ाई के बेहतर अवसर

ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और डीकिन यूनिवर्सिटी की साझेदारी में भारतीय छात्रों को विदेश में मिलेंगे पढ़ाई के बेहतर अवसर

Updated on: 01 Oct 2021, 06:35 PM

नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी और हरियाणा के सोनीपत स्थित ओ. पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू), ने जिंदल और डीकिन एजुकेशन पार्टनरशिप की स्थापना की घोषणा की है, जो राष्ट्रीय राजधानी से सटे सोनीपत के जेजीयू परिसर से बाहर होगी।

यह साझेदारी अपनी तरह की पहली और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप भारत में छात्रों के लिए वैश्विक शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के अभिनव मॉडल पेश करेगी।

जिंदल और डीकिन एजुकेशन पार्टनरशिप, शिक्षण और सीखने के अभिनव और हाइब्रिड मॉडल के माध्यम से, भारतीय छात्रों को एक अंतरराष्ट्रीय परिसर अनुभव के अवसर प्रदान करेगी।

छात्र भारत में जेजीयू के साथ अध्ययन शुरू करेंगे और बाद में ऑस्ट्रेलिया में एक डीकिन विश्वविद्यालय परिसर में स्थानांतरित हो जाएंगे। अध्ययन के क्षेत्र, कार्यक्रम और प्रस्तावित वितरण के मॉडल लचीले, भविष्योन्मुखी होंगे और दोनों भागीदारों की विशेषज्ञता को आकर्षित करेंगे।

जेजीयू और डीकिन यूनिवर्सिटी आपसी सहयोग के साथ काम करेंगे और देश में नामांकन के बाद फिर ऑस्ट्रेलिया में छात्रों की पढ़ाई को एक सहज प्रक्रिया के साथ स्थानांतरित करने के लिए एक साथ काम करेंगे, ताकि सर्वोत्तम अध्ययन अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।

इस पहल पर शुक्रवार को संस्थापक कुलपति, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार और प्रोफेसर अध्यक्ष एवं कुलपति, डीकिन विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया, इयान मार्टिन द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

यह अपनी तरह की अनूठी पहल है, जो पहले से ही चल रही भारत-ऑस्ट्रेलिया शिक्षा पहल को बढ़ावा देती है और इसे भारत में ऑस्ट्रेलियाई उप उच्चायुक्त इयान बिग्स की उपस्थिति में रणनीतिक रूप से हस्ताक्षरित किया गया है। बिग्स ने जिंदल और डीकिन एजुकेशन पार्टनरशिप की स्थापना और दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के लिए इसके महत्व पर उत्साहपूर्वक बात की।

इस दौरान प्रोफेसर (डॉ) सी. राज कुमार ने कहा, 2009 में हमारी स्थापना के बाद से, जेजीयू सामाजिक विज्ञान, कला और मानविकी में भारतीय छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। जेजीयू ने अपने छोटे इतिहास में इस तरह के अंतर्राष्ट्रीयतावाद की आकांक्षा की है, जिसने उच्च शिक्षा के असाधारण संस्थानों की विशेषता का जाहिर किया है। विश्वविद्यालय का मिशन हमारी विजन के लिए एक वैश्विक ²ष्टिकोण अपनाने पर केंद्रित है। यह विशेष रूप से एक वैश्विक संकाय, वैश्विक पाठ्यक्रम, वैश्विक कार्यक्रम, वैश्विक पाठ्यक्रम, वैश्विक अनुसंधान और वैश्विक सहयोग के माध्यम से वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बढ़ावा देने के लिए है।

उन्होंने कहा, इसके अलावा, भारत में एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में, हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन और मिशन के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं, जो शिक्षा के माध्यम से विश्व स्तर पर विविध परिप्रेक्ष्य बनाने पर भी केंद्रित है। उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के इस उद्देश्य के साथ भारत के परि²श्य में, मैं ओ. पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और डीकिन यूनिवर्सिटी के बीच इस ऐतिहासिक जिंदल और डीकिन एजुकेशन पार्टनरशिप से खुश हूं।

प्रोफेसर कुमार ने आगे कहा, जिंदल-डीकिन सहयोग एक शिक्षा अनुभव का वादा करता है, जो भारत में जेजीयू और ऑस्ट्रेलिया में डीकिन विश्वविद्यालय के परिसरों में उद्योग-प्रासंगिक शिक्षा पोर्टफोलियो, विश्व स्तरीय संकाय और गतिशील सीखने के माहौल के माध्यम से दोनों संस्थानों का सर्वश्रेष्ठ मिश्रण करता है। दोनों संस्थानों से दो स्नातक डिग्री और डीकिन से मास्टर डिग्री का अनूठा पोर्टफोलियो यह सुनिश्चित करेगा कि स्नातकों के पास दो अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय प्रणालियों में सीखने और विकसित होने का एक अविश्वसनीय अवसर हो।

उन्होंने कहा, जेजीयू और डीकिन यूनिवर्सिटी, जिन्हें हाल ही में क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सल रैंकिंग 2022 में अन्य वैश्विक रैंकिंग के बीच, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन दिया गया है, हमारे संबंधित राष्ट्रीय उच्च शिक्षा प्रणालियों को मजबूत बनाना जारी रखते हैं। मैं अपने संस्थानों के इस सहयोग के लिए तत्पर हूं, जो मुझे विश्वास है कि हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक असाधारण और परिवर्तनकारी पहल होगी।

इस अवसर पर प्रोफेसर इयान मार्टिन ने कहा, डीकिन में, हमारा ध्यान हमेशा इस बात पर रहता है कि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे समुदायों की सर्वोत्तम सेवा कैसे की जाए।

उन्होंने कहा, पिछले तीन दशकों में भारत में हमारी मजबूत उपस्थिति ने हमें अपने शोध और शिक्षा में सहयोग करने और निरंतर नवाचार करने में सक्षम बनाया है। नई संभावनाओं के प्रति इस खुले दिमाग ने महामारी द्वारा प्रस्तुत हालिया चुनौतियों से निपटने में हमें बखूबी सक्षम बनाया है।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जिंदल और डीकिन एजुकेशन पार्टनरशिप वहां फोकस करेगी, जहां भारत में छात्रों और भागीदारों के लिए नए अवसरों को प्राथमिकता मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे हमें पूरे समाज में प्रभाव और प्रगति प्रदान करने में मदद मिलेगी।

प्रोफेसर इयान मार्टिन ने कहा, हम ओ. पी. जिंदल यूनिवर्सिटी के साथ इस सहयोगी पहल के बारे में बहुत उत्साहित हैं। जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और हमें विश्वास है कि भारतीय छात्र इस शिक्षा साझेदारी के माध्यम से इनोवेटिव पेशकशों से लाभान्वित होंगे।

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