महीनों से चले आ रहे रूस यूक्रेन विवाद पर विश्वभर में चर्चा तब और शुरू हो गई जब रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। ऐसे में वहां रह रहे भारतीय व पढ़ाई कर रहे छात्रों की फिक्र भी देशभर के लोगों को सता रही है। एनएसयूआई ने गुरूवार शाम विदेश मंत्रालय का घेराव कर सरकार से सक्रीयता से यूक्रेन में काम कर रहे युवाओं और छात्रों को वापस लाने की बात कही है।
इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कहा सुनी भी हुई, वहीं एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि, अभी प्रधानमंत्री खुद उत्तरप्रदेश चुनाव में फंसे हैं, वहां से निकलने के बाद यूक्रेन में रह रहे भारतीय व छात्रों की सुध लेंगे।
गुरुवार सुबह से ही सोशल मिडिया पर भारतीय छात्रों के मदद वाले विडियो भी शेयर किए जा रहे हैं व सरकार से मदद की गुहार की जा रही है। नीरज कुंदन ने आगे कहा कि, पिछले 10 दिन से यूक्रेन में युद्ध की संभावनाएं बन रही थीं और माता पिता चिंता में इस बात को उठा भी रहे है, सरकार ने उनकी बात को कितना सुना ? छात्र यूक्रेन में वैसे भी लोन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं, ऐसे में 1-1 लाख रूपए की हवाई यात्रा का खर्चा वो कैसे उठाएंगे ?
इस बीच भारत सरकार ने वहां रह रहे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी कर कहा है कि, सभी लोग अपने अपने सुरक्षित ठिकाने पर रुकें व अगली एडवाइजरी का इंतजार करें।
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Source : IANS