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कारवां मैगजीन में छपे लेख को लेकर कोर्ट में क्‍या बोले विवेक डोभाल, पढ़ें पूरी डिटेल

कारवां मैगजीन (Caravan Magazine) और कांग्रेस नेता जयराम रमेश के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में विवेक डोभाल ने दर्ज कराया अपना बयान.

Updated on: 30 Jan 2019, 02:19 PM

नई दिल्‍ली:

कारवां मैगजीन (Caravan Magazine) और कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट (Patiala house court Delhi) में दायर आपराधिक मानहानि की शिकायत पर अपना बयान दर्ज़ करा रहे विवेक डोभाल (Vivek Doval) ने कहा कि 17 जनवरी को मेरे पिता अजीत डोभाल (Ajit Doval) ने कारवां मैगजीन (Caravan Magazine) में छपे लेख को लेकर मुझसे पुछा कि आखिर हक़ीक़त क्या है. अपने पिता की ओर से हुई इस तरह की पूछताछ से मुझे बुरा लगा क्योंकि ताउम्र मैं प्रोफेशनल रहा हूं. कारवां मैगजीन (Caravan Magazine) में छपे लेख को देखकर मैं हतप्रभ रह गया.

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आर्टिकल में छपे लेख को शीर्षक दिया गया था 'द डी कंपनी' और इसमे मेरे पिता और भाई की तस्वीर लगाई गई थी. मेरे परिवार को D कंपनी के तौर पर रेफेर किया गया, जबकि सबको पता है कि डी कंपनी , दाऊद इब्राहिम की कंपनी के तौर पर जानी जाती है. मेरे पिता का जीवन हमेशा देश की सेवा के लिए समर्पित रहा.

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इसके बावजूद मेरे परिवार की निष्ठा पर सवाल उठाए गए. मेरे परिवार को राष्ट्रविरोधी के तौर पर पेश किया गया. मुझ पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाए गए, बिना किसी आधार के आरोप लगाए गए कि GNY एशिया फण्ड के जरिये ब्लैक मनी को कन्वर्ट किया गया ,8300 करोड़ की ब्लैक मनी को भारत लाया गया.

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कारवां मैगजीन के इस लेख के जरिये मेरे कैरियर और कंपनी को तबाह कर दिया गया पर मानहानि का सिलसिला ये नहीं रुका. 17 जनवरी को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कांग्रेस के बैनर तले प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कांग्रेस ने मेरी कंपनी से कथित तौर पर जुड़े कुछ डॉक्यूमेंट को अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया और इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस की ट्रांस स्क्रिप्ट को वेबसाइट पर डाला. विवेक डोभाल ने कहा कि मैं एक सॉफ्ट टारगेट था, वास्तव में देखा जाए, तो इस पूरे दुष्प्रचार में मेरे पिता को टारगेट किया गया.

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लोग बहुत विश्वास कर अपनी मेहनत की पूंजी निवेश करते है, जब उनके विश्वास को धक्का लगता है तो ये न केवल उन्हें, बल्कि आने वाले निवेशकों को भी हतोत्साहित करता है. इस शिकायत से मेरी मेहनत से खड़ा किया गया बिजनेस इस झटके में ढह गया. इन आरोपों का सोशल मीडिया पर प्रचार किया गया.

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डोभाल की ओर से पेश वकील डी पी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो पर लोगों द्वारा ट्वीट/ रिट्वीट के प्रिंट आउट पेश किए. इन ट्वीट में विवेक डोभाल को छोटा डोभाल की तरह पेश किया गया. डोभाल के मुताबिक आरोपी यही पर नहीं रुके बल्कि फेसबुक और ट्विटर पर केस स्टेटस के साथ आरोप पोस्ट करते रहे.