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NSA अजीत डोभाल ने ताजिकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन बैठक में लिया हिस्सा

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने बुधवार को ताजिकिस्तान में हो रही शंघाई सहयोग संगठन बैठक में हिस्सा लिया. इस बैठक में अन्य देशों से आए हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी हिस्सा ले रहे हैं.

Updated on: 23 Jun 2021, 07:48 PM

नयी दिल्ली:

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने बुधवार को ताजिकिस्तान में हो रही शंघाई सहयोग संगठन बैठक में हिस्सा लिया. इस बैठक में अन्य देशों से आए हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी हिस्सा ले रहे हैं. ऐसे में अजित डोभाल पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ से भी मुलाकात कर सकते हैं. आपको बता दें कि यह बैठक 24 जून को भी होगी. अभी तक इस बैठक में चीन और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ मुलाकात नहीं की है लेकिन अभी ये बैठक कल भी होगी इसलिए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं.

पिछले साल इस बैठक में पाकिस्तान ने जानबूझकर भारत का एक गलत नक्शा पेश कर दिया था जिसके बाद अजित डोभाल पाकिस्तान की इस हरकत से नाराज होकर वर्चुअल मीटिंग के बीच से चले गए थे. पाकिस्तान ने बैठक में भारत का गलत काल्पनिक नक्शा पेश किया था,  यह इस बैठक के एजेंडे के खिलाफ था. बैठक के बाद एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तानी एनएसए ने जानबूझकर एक काल्पनिक नक्शा पेश किया था जो पाकिस्तान के दुष्प्रचार का हिस्सा था. पाकिस्तान अक्सर इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म का प्रयोग कश्मीर के मुद्दे को उठाने के लिए करता रहा है. 

SCO की एनएसए की इस साल होने वाली बैठक में समूह की सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी एजेंडा तैयार करने में मदद करेगी। आतंकवाद विरोधी सहयोग एससीओ का एक प्रमुख स्तंभ है। साथ ही अफगानिस्तान में चल रहे विकास की पृष्ठभूमि में इसका महत्व बढ़ गया है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी की योजना के बीच एससीओ एनएसए की इस बैठक में अफगानिस्तान एक प्रमुख विषय होगा. 

आपको बता दें कि इन सब के बीच बैठक में हिस्सा लेने वाले सभी देशों की निगाहें भारत के एनएसए अजित डोभाल और पाकिस्तान के एनएसए मोईद यूसुफ के बीच किसी भी संभावित बैठक पर होंगी. अगर ऐसा होता है तो फिर एलएसी पर संघर्ष विराम व्यवस्था के बाद दोनों देशोंके बीच यह पहली बड़ी बैठक हो सकती है. इस साल की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके पाक समकक्ष भी हार्ट ऑफ एशिया की बैठक में भाग लेने के लिए दुशांबे में थे, लेकिन दोनों के बीच अलग से कोई मुलाकात नहीं हुई थी.