पिछले कुछ दिनों से ऐसी अफवाहें फैल रहीं थीं कि कोरोना वायरस संक्रमण हवा में फैल रहा है, इन अफवाहों के बाद से लोगों में भय का माहौल बन गया था. न्यूज नेशन टीवी पर सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल शेखर मंडे ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने न्यूज नेशन पर बताया कि कोरोना वायरस हवा से हवा में नहीं फैल रहा है जो लोग गर्मियों में कोरोना वायरस के भय से अपने घरों की खिड़कियां और दरवाजे बंद करके सो रहे हैं उनके लिए ये राहत भरी खबर है. आपको बता दें कि इस अफवाह के फैलने के बाद जिन लोगों के घरों में एसी नहीं है वो भी इस उमस भरी गर्मी के दिनों में अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद करके सोते थे.
अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं और डब्ल्यूएचओ के निर्देश के बाद देश दुनिया में सबसे बड़ी बहस है कि क्या कोरोनावायरस एयरबोर्न है? क्या हवा से भी फैल सकता है करोना का संक्रमण ? इस पर लगाम लगाते हुए सीएसआईआर के डीजी शेखर मंडे ने ये बात साफ तौर पर बता दी है कि करोना संक्रमण खुली हवा में ज्यादा दूर तक नहीं फैल सकता, लिहाजा अपने घर के खिड़की दरवाजे और गाड़ी के शीशे अगर खोल कर रखेंगे, तो साफ हवा आएगी करोना संक्रमण नहीं और खुली हवा के कारण संक्रमण दूर तक ट्रैवल भी नहीं कर सकता।
अस्पतालों की हवा की जांच करेगी भारत सरकार, 15 दिनों में आएगी रिपोर्ट:
सीएसआईआर की तरफ से हैदराबाद और चंडीगढ़ के ऐसे संस्थानों में हवा का सैंपल लिया जा रहा है, जहां करोना वायरस का वायरल लोड ज्यादा हो सकता है। उस हवा की जांच की जाएगी इसी के आधार पर यह तय किया जाएगा कि हवा में कितनी दूर और देर तक रह सकता है करोना संक्रमण। तकनीकी रूप से जब इंसान 5 मिनट तक बात करता है तो 3000 से ज्यादा ऐसे माइक्रो कण निकलते हैं जो कोविड-19 के संवाहक हो सकते हैं पर यह ज्यादा दूर तक नहीं जा सकते।
ड्रग डिस्कवरी हैकथोन शुरू, भारत से ही निकल सकती है वैक्सीन:
भारत में टैलेंट की कमी नहीं है लिहाजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर भारतीय टैलेंट को चैनेलाइज करने के लिए ड्रग डिस्कवरी टैलेंट हंट की शुरुआत हुई है। हमें भारतीयों की कल्पनाशीलता पर पूरा विश्वास है संभव है कि करोना की दवाई और इसकी वैक्सीन हिंदुस्तान से ही निकले। इसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्वास्थ्य मंत्रालय समेत कई विभाग मिलकर काम कर रहे हैं ,जिससे हजारों शोधकर्ता छात्र साथ मिलकर काम कर सकते हैं।
Source : News Nation Bureau