नोटबंदी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के राजमार्ग विकास विभाग के पूर्व मुख्य परियोजना अधिकारी की करीब 25 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। जब्त की गई संपत्तियों में खेती करने वाली जमीन और एक फार्म हाउस भी शामिल है।
एजेंसी ने आरोपी की पहचान एससी जयचंद्र बताई है। पिछले साल दिसंबर 2016 में मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद जयचंद्र इन दिनों न्यायिक हिरासत में हैं।
जांच के बाद ईडी ने बताया कि आरोपी की कई संपत्तियों का पता चला। ये संपत्तियां आरोपी ने अपने, अपनी पत्नी, साले और सास के नाम पर खरीदी थीं।
ईडी ने कहा है, "सभी लोगों ने संपत्ति खरीदने और उसपर कब्जा करने में जयचंद्र की मदद की थी।" जब्त की गई संपत्तियों में करीब 13 आवासीय, तीन कृषि योग्य भूमि और एक फार्म हाउस शामिल है। ये संपत्तियां बेंगलुरु और राज्य के चित्रदुर्ग जिले में हैं।
मामला तब प्रकाश में आया था जब 1 दिसंबर 2016 को आयकर विभाग ने 5.7 करोड़ रुपये के दो हजार के नए नोट जब्त किए थे। सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने जयचंद्र सहित सात लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि कमीशन लेकर ये लोग गैरकानूनी तरीके से पुराने नोटों को नए नोट में बदल रहे थे। इसके लिए वे 20 से 35 फीसदी कमीशन ले रहे थे।
Source : News Nation Bureau