गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनाव में नोटा (किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देना) का इस्तेमाल किया जाएगा। गुजरात विधानसभा के सचिव डीएम पटेल ने बताया कि वर्ष 2013 में चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक मतपत्र पर नोटा का विकल्प प्रकाशित किया जाएगा।
हालांकि सरकार के इस फैसले का कांग्रेस विरोध कर रही है। इस मुद्दे को कांग्रेस ने संसद के ऊपरी सदन में उठाया। हालांकि सभापति हामिद अंसारी ने इसपर विचार करने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस सांसदों ने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में नोटा (किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देना) को विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करने का विरोध किया।
सभापति हामिद अंसारी ने सांसदों को बताया कि इस तरह के मुद्दों को उठाने का यह सही समय नहीं है। लेकिन विपक्षी सांसदों ने जोर देकर कहा कि यह राज्यसभा चुनाव से जुड़ा हुआ मामला है और इसे उठाया जा सकता है।
अंसारी ने पहले सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की, लेकिन इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस सदस्यों ने फिर हंगामा शुरू किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे के लिए स्थगित कर दी गई।
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आपको बता दें की गुजरात में आठ अगस्त को राज्यसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। चुनाव से पहले कांग्रेस मुश्किल में है। उसके कई विधायक पार्टी छोड़ या तो बीजेपी में शामिल हो गए हैं या फिर बागी रुख अपनाए हुए हैं।
गुजरात कांग्रेस के नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि भले ही नोटा का विकल्प मौजूद हो, लेकिन उनकी पार्टी विधायकों से अहमद पटेल के लिए मतदान करने को कहेगी और इस बाबत व्हिप जारी करेगी।
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Source : News Nation Bureau