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उन्नाव ही नहीं, न्याय के लिए इन बड़े केसों का भी हुआ है Transfer

आइये जानते हैं कि कौन-कौन से केसों की सुनवाई अब कहां की जाएगी.

Updated on: 02 Aug 2019, 01:04 PM

highlights

  • उन्नाव रेप केस को सुप्रीम कोर्ट ने किया है दिल्ली ट्रांसफर.
  • इसके पहले कठुआ गैंगरेप केस, मुजफ्फरपुर आश्रय गृह कांड को भी किया गया था ट्रांसफर.
  • जयललिता केस भी चेन्नई की विशेष अदालत में किया गया था ट्रांसफर. 

नई दिल्ली:

उन्नाव रेप केस और पीड़िता की गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मामले ने काफी तूल पकड़ा. सीबीआई को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए और इस बात पर CJI रंजन गोगोई ने खुद संज्ञान लिया कि उनके पास पीड़िता के द्वारा एक चिठ्ठी भेजी गई थी जिसमें उसने अपने जान को खतरा होने की बात कही थी. ये सब होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस केस की सुनवाई दिल्ली में ही ट्रांसफर कर दिया.

अब इस केस की सुनवाई दिल्ली में ही की जएगी. इस केस के अलावा भी कई और केसों आज तक के इतिहास में अन्य जगहों की कोर्ट में ट्रांसफर किया गया हैं आइये जानते हैं कि कौन-कौन से केसों की सुनवाई अब कहां की जाएगी.

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मुजफ्फरपुर आश्रय गृह कांड
सुप्रीम कोर्ट ने मुजफ्फरपुर आश्रय गृह कांड केस को बिहार की अदालत से दिल्ली की एक अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया है. साथ ही इस मामले में 6 महीने के अंतर्गत सुनवाई पूरी करने का भी आदेश सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिया गया है.
क्या है मामला
मुजफ्फरपुर में एक एनजीओ द्वारा चलाए जा रहे आश्रय गृह में कई लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया जा रहा था। यह मामला गत वर्ष मई में प्रकाश में आया था.

कठुआ गैंगरेप मामला
कठुआ गैंगरेप मामले में उच्चतम न्यायालय के आदेश पर पठानकोट की एक विशेष अदालत में ट्रांसफर किया गया था. इस मामले में कोर्ट की ओर से रोज सुनवाई करने और कार्रवाई की रिकार्डिंग करने का आदेश है. इस मामले में जून 2019 में तीन मुख्य आरोपियों को उम्रकैद और तीन अन्य को 5 साल की सजा सुनाई गई है.

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क्या है मामला
कठुआ में 10 जनवरी, 2018 को एक आठ साल की बच्ची का अपहरण कर उसका रेप किए जाने का मामला सामने आया था. मामले में पठानकोट की एक विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए मामले के मास्टरमाइंड सांझी राम, प्रवेश और दीपक खजूरिया को उम्रकैद की सजा सुनाई है और एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है.

अतीक अहमद केस
सुप्रीम कोर्ट ने अतीक अहमद केस को यूपी से गुजरात ट्रांसफर किया गया है. इस मामले में अतीक अहमद पर एक बिजनेस मैन के अपहरण करने के बाद उसे जेल में लाकर मारने का आरोप लगाया है.

बेस्ट बेकरी, बिलकिस बानो केस
गुजरात के 2002 के दंगों से जुड़े बेस्ट बेकरी औऱ बिलकिस मामले को गुजरात के अहमदाबाद से मुंबई ट्रांसफर कर दिया था.

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क्या है मामला
गुजरात में अहमदाबाद के निकट रणधीकपुर गांव में एक भीड़ ने तीन मार्च 2002 को बिलकिस बानों के परिवार पर हमला किया था. इस दौरान पांच महीने की गर्भवती बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया जबकि उसके परिवार के छह सदस्य किसी तरह उग्र भीड़ से बचकर निकलने में सफल हो गए थे. बिलकिस ने गोधरा ट्रेन जलाए जाने के बाद हुए गुजरात दंगे में अपने परिवार के सात सदस्यों को खोया था.

जयललिता- आय से अधिक संपत्ति का मामला
जयललिता का आय से अधिक संपत्ति का मामला भी चेन्नई से बेंगलूर में ट्रांसफर किया दिया गया था.