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राजन बाबू अस्पताल सील करने के दिल्ली सरकार के आदेश की निगम ने की निंदा

राजन बाबू अस्पताल सील करने के दिल्ली सरकार के आदेश की निगम ने की निंदा

Updated on: 02 Jan 2022, 12:30 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन ने उत्तरी दिल्ली स्थित राजन बाबू टीबी अस्पताल को खाली कराने और सील करने की जांच के आदेश दिए हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह ने निंदा की, वहीं कहा कि, आप नेता ने पूरे अस्पताल को खतरनाक और इस्तेमाल के लिये अयोग्य दिखाने की कोशिश की है जो बिल्कुल झूठ है।

निगम प्रशासन के मुताबिक, मंत्री सत्येंद्र जैन के द्वारा राजन बाबू अस्पताल को किसी शिकायत के आधार पर खाली करके सील करने आदेश उनके राजनीतिक पूर्वाग्रह को दर्शाता है। सामान्यता शिकायत मिलने पर मंत्री महोदय को राजन बाबू अस्पताल प्रशासन या उत्तरी नगर निगम से रिपोर्ट मांगनी चाहिए थी, पर उन्होने सभी प्रशासनिक व्यवस्थाओं को ताक पर रख कर सीधे अस्पताल को सील करने की बात की है।

दरअसल आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने पिछले दिनों उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था, वहीं इसका सोशल मीडिया पर भी सीधे प्रसार किया गया।

महापौर ने कहा कि, दिल्ली सरकार ने राजनीतिक द्वेष के कारण बिना तथ्यों की जांच करे राजन बाबू अस्पताल को खाली करने और सील करने का आदेश जारी किया है, जो निंदनीय है। दो दिन पहले हमने दिल्ली के सत्ताधारी दल की नेता को कैमरों के साथ राजन बाबू अस्पताल में जा कर अस्पताल की एक बिल्डिंग के थोड़े से खतरनाक हिस्से जिसे नगर निगम ने पहले ही खतरनाक घोषित किया है को फोक्स कर अस्पताल की छवि धूमिल करने की कोशिश की है।

महापौर ने बताया कि, दिल्ली नगर निगम एक्ट 2012 के अंतर्गत केवल नगर निगमों के पास किसी बिल्डिंग का सर्वे कर उसे खतरनाक घोषित करने का अधिकार है और इस मामले उत्तरी नगर निगम पहले ही खतरनाक हिस्से को घोषित कर उचित कार्रवाई कर चुका है।

स्थाई समिति अध्यक्ष जोगी राम जैन ने कहा कि, राजन बाबू अस्पताल एक बड़ा अस्पताल है जिसके एक कक्ष का कवर छज्जा उपयोग योग्य नहीं रहा है, जबकि 10 वार्ड हैं जो पूरी तरह उपयोगी हैं।

निगम आर्थिक तंगी से गुजर रहा है अन्यथा हम अब तक उचित रिपेयर प्रारम्भ कर चुके होते।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.