साउथ और नाॉर्थ कोरिया के नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई है कि दोनों देश शांति और कोरियाई पेनिनस्युला को परमाणु हथियार से मुक्त करने के प्रति प्रतिबद्धता है।
दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के देश की विभाजन रेखा पर हैंडशेक किया और मिलते वक्त दोनों के चेहरे पर खुशी दिखी। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम ने साउथ कोरिया के प्रमुख मून को रेखा पार कर ना र्थ कोरिया के क्षेत्र में आने का आग्रह किया और मून कुछ क्षण के लिये वहां गए भी।
दोनों नेताओं ने एक बयान भी जारी किया जिसमें कहा गया है, 'परमामु हथियार मुक्त कोरियाई पेनिनस्युला बनाने के लिये हम प्रतिबद्ध हैं।'
समझौते पर हस्ताक्षर करते समय दोनों नेताओं के चेहरे पर लगातार मुस्कान थी, एक दूसरे को गर्मजोशी से गले लगाया और विश्व मीडिया के सामने मित्रता का प्रदर्शन भी हुआ।
दोनों ही इस बात पर भी सहमत हुए कि कोरियाई युद्ध को इस साल खत्म कर दिया जाए।
इस साल के अंत तक मून प्योंगयांग की यात्रा करेंगे और दोनों ही इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि वो 'लगातार बैठकें करेंगे और फोन पर एक दूसरे से सीधे संपर्क में रहेंगे।'
कथित पैनम्युंजॉम घोषणा हुई जो कुछ महीने पहले सोचा भी नहीं जा सकता था क्योंकि नॉर्थ कोरिया लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा था और 6ठां परमाणु परीक्षण भी किया था।
दक्षिण कोरिया में प्रवेश करने से पहले कॉन्क्रीट ब्लॉक को पार करते वक्त किम ने कहा कि वो 'बहुत भावुक हो रहे हैं।' कोरिया युद्ध के बाद किम पहले नॉर्थ कोरियाई नेता हैं जिसने साउथ कोरिया में अपने पैर रखे हैं।
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किम ने कहा, 'मैं यहां आया हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि इस बात के संकेत जाएं कि नया इतिहास बनने वाला है।'
बैठक के बाद किम ने कहा कि दोनों कोरिया ये सुनिश्चित करेंगे कि वो 'दुर्भाग्यपूर्ण इतिहास को न दोहराया जाए जिसमें दोनों कोरियाई देशों के समझौते गायब हो गए।'
इसके पहले भी दोनों देशों के बीच 2000 और 2007 में बैठक हुई थी लेकिन काफी गर्मजोशी दिखाने के बाद समझौतों को भुला दिया गया।
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Source : News Nation Bureau