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नया व्यक्ति नियुक्त करने के लिए मंदिर के पुजारी को सेवा से नहीं हटाया गया: स्टालिन

नया व्यक्ति नियुक्त करने के लिए मंदिर के पुजारी को सेवा से नहीं हटाया गया: स्टालिन

Updated on: 17 Aug 2021, 03:35 PM

चेन्नई:

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि हिंदू मंदिरों में किसी भी पुजारी/अर्चकरों को उनकी सेवा से नहीं हटाया गया है और उनकी जगह किसी की नियुक्ति नहीं की गई।

विधानसभा में बोलते हुए स्टालिन ने कहा कि सरकार उस कानून को लागू कर रही है, जिसके तहत प्रशिक्षित लोगों को राज्य के हिंदू मंदिरों में पुजारी के रूप में नियुक्त किया जाता है।

स्टालिन ने आरोप लगाया कि कुछ लोग सोशल मीडिया में सरकार के फैसले को बदनाम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसी अन्य व्यक्ति को नियुक्त करने के लिए किसी को भी उनके काम से नहीं हटाया गया है।

उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई घटना होती है तो सरकार कार्रवाई करेगी।

दिवंगत मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के नेतृत्व वाली द्रमुक सरकार एक कानून लेकर आई थी, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपनी जाति का हो, राज्य द्वारा संचालित पाठ्यक्रम से गुजरने के बाद हिंदू मंदिर का पुजारी बन सकता है।

मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। शीर्ष अदालत ने 2015 में तमिलनाडु सरकार के कानून को बरकरार रखा।

स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक सरकार ने हाल ही में चार दलितों सहित 24 गैर-ब्राह्मण पुजारियों को नियुक्ति के आदेश दिए थे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.