शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक में भाग लेने कजाकिस्तान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ किसी भी तरह की द्विपक्षीय बैठक की संभावना नहीं है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक सम्मेलन शुरु होने से ठीक पहले दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाते हुए अनौपचारिक बातचीत की।
अभी तक भारत सरकार की तरफ से इस मुलाकात को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। खबरों की मानें तो बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने नवाज शरीफ से उनकी सेहत और मां का हालचाल पूछा।
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव समिट में पहुंचे सभी देश के नेताओं के लिए रिसेप्शन का आयोजन किया था। इस रिसेप्शन में पीएम मोदी, नवाज शरीफ, रूस के प्रेसीडेंट व्लादिमीर पुति और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हुए थे।
ऐसा माना जा रहा था कि पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तनाव को कम करने के लिए एक दूसरे के साथ मुलाकात करेंगे। पर रिसेप्शन में दोनों ही नेता एक-दूसरे से अलग अपनी-अपनी जगहों पर ही बैठे रहें।
दोनों देशों के पीएम के बीच मुलाकात के सवाल के जवाब में कुछ नहीं कहा गया।
भारत और पाकिस्तान को शुक्रवार को एससीओ में पूर्णकालिक सदस्यता दिए जाने की उम्मीद है। एससीओ में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान व उज्बेकिस्तान भी हैं। भारत साल 2005 से एससीओ में एक पर्यवेक्षक के तौर पर है।
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मोदी ने कजाकिस्तान रवाना होने से पहले एक बयान में कहा था कि भारत के एससीओ के पूर्णकालिक सदस्य बनने से यह समूह 40 फीसदी मानवता और करीब 20 फीसदी वैश्विक जीडीपी का प्रतिनिधित्व करेगा।
मोदी ने कहा कि भारत के एससीओ सदस्यों से लंबे समय से रिश्ते रहे हैं और वह इसे एससीओ के जरिए आपसी भलाई के लिए आगे बढ़ाने और अपने देश व लोगों के विकास के तौर पर देखता है।
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HIGHLIGHTS
- कजाकिस्तान में पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच कोई मुलाकात नहीं
- भारत को एससीओ में पूर्णकालिक सदस्यता दिए जाने की उम्मीद है
Source : News Nation Bureau