तीन तलाक (Triple Talaq) पर दंगा (riot) नहीं हुआ तो अयोध्या (Ayodhya) पर भी नहीं होगा, जानें किसने कही यह बात
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने कहा कि अयोध्या (Ayodhya) में चार-पांच सौ साल पुराना फसाद अब निपटने में कुछ ही दिन और घंटे बाकी हैं. जो भी फैसला आएगा, वह किसी की न तो जीत होगी और न ही किसी की हार होगी.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने कहा कि अयोध्या (Ayodhya) में चार-पांच सौ साल पुराना फसाद अब निपटने में कुछ ही दिन और घंटे बाकी हैं. जो भी फैसला आएगा, वह किसी की न तो जीत होगी और न ही किसी की हार होगी, इसे मजहब से भी जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. देश में हिंदू-मुस्लिम (Hindu-Muslims) सहित हर जाति-धर्म के लोग पहले खुद को भारतीय मानते हैं, हर कोई देश में शांति चाहता है. संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा, "जब 8.40 करोड़ महिलाओं को जुल्म से और 8.62 करोड़ पुरुषों को जहन्नुम से बचाने वाला तीन तलाक कानून (Triple Talaq Law) आया था तो यह मुस्लिमों के अंदर का फैसला था, तब भी कुछ लोगों ने इसे हिंदू-मुस्लिम बनाने की कोशिश की थी, मगर बिना किसी दंगे (Riot) के यह फैसला निकल गया."
यह भी पढ़ें : पराली जलाने के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी का दखल, किसानों को यह मदद मुहैया कराने के निर्देश
उन्होंने कहा, "इसी तरह जब अयोध्या केस (Ayodhya Case) में हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने जमीन को बांटा था, तब भी भावनाएं भड़काने की कोशिश हुईं थीं मगर जनता भय, भ्रम में आकर भड़की नहीं, जिससे सौहार्दपूर्ण तरीके से मामला कानूनी प्रक्रिया में चला गया. ऐसे कई फैसले इस बात का सुबूत हैं कि देश की जनता अमन, भाईचारा और तरक्की चाहती है." उन्होंने कहा कि कुछ लोग भय, भ्रम फैलाकर लोगों को भड़काना चाहते हैं, मगर लोग उनके चक्रव्यूह में नहीं फंसने वाले.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुसलमान भी चाहते हैं कि उनके साथ संवाद हो. सच तो यह है कि पिछले एक हजार वर्षो से मुसलमानों के साथ संवाद नहीं हुआ और अगर हुआ भी तो वह सफल नहीं हुआ मगर पिछले 20 वर्षो से शुरू हुआ संवाद अब परिपक्वता की ओर बढ़ रहा है.
यह भी पढ़ें : ईपीएफ घोटाला : बढ़ सकती हैं मोदी सरकार के इस सचिव की मुश्किलें
यहां बता दें कि इंद्रेश कुमार के मार्गदर्शन में वर्ष 2002 से चलने वाली मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नामक संस्था मुस्लिमों को संघ के करीब लाने की दिशा में काम कर रही है. अयोध्या केस में संभावित फैसले के मद्देनजर सौहार्द कायम करने के लिए यह संस्था जगह-जगह शांति कमेटी की बैठकें कर रही है.
इंद्रेश कुमार ने कहा, "अयोध्या पर जो भी फैसला आएगा, वह किसी की जीत-हार नहीं होगा. यह मजहब का भी नहीं होगा, आने वाला फैसला, कड़वाहट से निकलने का सुंदर रास्ता होगा. फैसले को लेकर अब कुछ दिन और घंटे की प्रतीक्षा है."
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी