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बेटे के बचाव में चिदंबरम, कहा कार्ति के कभी FIPB को प्रभावित नहीं किया

बेटे कार्ति का बचाव करते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि उसने कभी भी FIPB की जारी जांच को प्रभावित नहीं किया।

Updated on: 29 May 2017, 10:48 PM

नई दिल्ली:

पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि उनके बेटे कार्ति चिदंबरम ने विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) में शामिल किसी भी अधिकरी से न तो मुलाकात की और न ही भ्रष्ट या अवैध तरीके से बोर्ड को प्रभावित किया।

कार्ति चिदंबरम के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।

चिदंबरम ने एक बयान में कहा, 'मेरे साथ काम कर चुका कोई भी व्यक्ति यह जानता है कि मेरे फैसले को प्रभावित करने की हिम्मत किसी ने नहीं की होगी। मैंने अपने परिवार के किसी सदस्य को मुझसे या मेरे मंत्रालय के किसी अधिकारी से या किसी अन्य अधिकारी से ऑफिसियल मसले पर बात करने की अनुमति नहीं दी थी।'

उन्होंने कहा, 'इसलिए यह कहना ऊटपटांग है कि मेरी जानकारी में या मेरी पीठ पीछे मेरे परिवार के सदस्य ने अवैध तरीके से एफआईपीबी के छह सचिवों को प्रभावित किया। इस तरह का आरोप लगाकर सरकार के छह सचिवों को बदनाम करने का यह नीचतापूर्ण काम है।'

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चिदंबरम ने कहा कि जहां तक एफआईपीबी का मामला है, तो उन्होंने केवल उन फैसलों को लागू किया, जिनकी सिफारिश एफआईपीबी ने की थी और उन्हें आर्थिक मामलों के सचिव ने मेरे समक्ष रखा था।

उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने 16 मई को चिदंबरम के चेन्नई, दिल्ली व अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि अपने पिता के वित्तमंत्री रहने के दौरान कार्ति चिदंबरम ने मीडिया कंपनी आईएनएक्स लिमिटेड के एक एफआईपीबी प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के एवज में 3.5 करोड़ रुपये की रकम ली।

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