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कम जोखिम वाले मरीजों के संपर्क में आने पर टेस्टिंग की जरूरत नहीं- ICMR

केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद तब तक कोविड टेस्ट की जरूर नहीं है जब तक उस व्यक्ति की पहचान हाई रिस्क वाले व्यक्ति के तौर पर न हो.

Updated on: 10 Jan 2022, 11:19 PM

highlights

  • कोविड टेस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा बयान
  • कम जोखिम वाले मरीजों के संपर्क में आने पर टेस्टिंग की जरूरत नहीं

नई दिल्ली:

कोरोना संक्रमण (Corona Infection) देश भर में तेजी से फैल रहा है. कई राज्यों ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पाबंदियां लागू कर दी हैं. इसी बीच कोविड टेस्टिंग (Covid Testing) को लेकर केंद्र सरकार ने एक बड़ा बयान दिया है. केंद्र सरकार (Central Government) ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को कोरोना मरीज के संपर्क में आने के बाद तब तक कोविड टेस्ट (Covid Test) की जरूर नहीं है जब तक उस व्यक्ति की पहचान हाई रिस्क वाले व्यक्ति के तौर पर न हो. 

केंद्र सरकार (Central Government) ने आगे कहा ज्यादा जोखिम का मतलब व्यक्ति की ज्यादा उम्र या फिर किसी बड़ी बीमारी के शिकार लोगों से है. आईसीएमआर (ICMR) ने कोविड टेस्टिंग  (Covid Testing) लेकर आज एक नई एडवाइजरी (New Advisory) जारी की. इसके साथ ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) भी कोरोना के हालात पर नजर बनाए हुई है. साथ ही कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को रोकने के लिए समय-समय पर नई दिशा निर्देश जारी कर रही है. 

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आपको बता दें कि आईसीएमआर (ICMR) की ने कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों को लिए गाइडलाइन जारी की है. जारी गाइडलाइन के मुताबिक, संक्रमण की चपेट में आए मरीजों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को घबरा कर कोरोना टेस्टिंग (Covid Testing) की जरूरत नहीं है. आईसीएमआर (ICMR) ने कहा है कि संक्रमित लोगों को संपर्क में आने वाले उन लोगों को ही कोविड टेस्टिंग (Covid Testing) की सलाह दी गई है जिनकी या तो उम्र ज्यादा है या फिर जो लोग गंभीर रूप से बीमारी से पीड़ित है.