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'ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं' पर भड़का विपक्ष, विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस संकट काल में सरकार ने देश को अनाथ छोड़ दिया था. सरकार को पता ही नहीं था कि क्या हो रहा है. AAP इस मुद्दे पर संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश करेगी.

Updated on: 21 Jul 2021, 12:54 PM

highlights

  • AAP और कांग्रेस लाएंगे विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव 
  • केंद्र सरकार ने दिया था राज्यसभा में बयान

नई दिल्ली:

कोरोना (Corona Virus) की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौत का मामला एक बार फिर पकड़ता दिखाई दे रह है. सरकार की ओर से संसद में बयान दिया गया कि देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी जान नहीं गई है. इसे लेकर विपक्ष भड़क गया है. इस मामले को लेकर संसद में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में है. दूसरी तरफ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मसले पर तल्ख टिप्पणी की है.

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि इस संकट काल में सरकार ने देश को अनाथ छोड़ दिया था. सरकार को पता ही नहीं था कि क्या हो रहा है. AAP इस मुद्दे पर संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश करेगी. इससे पहले कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि वो स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandviya) के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव (privilege motion) लाएंगे.

प्रियंका गांधी ने साधा निशाना

प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से इसलिए मौतें हुईं क्योंकि सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात 700% तक बढ़ा दिया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की. इसके अलावा अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में कोई सक्रियता भी नहीं दिखाई. गौरतलब है कि मंगलवार को केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की जानकारी राज्यों ने नहीं दी है. कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने राज्यसभा में ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को लेकर सवाल किया था.

स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है. उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने यह भी बताया ‘‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी. महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई.’’