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एक बैंक जहां राम नाम के नोटबुक उर्दू और अरबी में जमा किये जाते हैं, पैसे नहीं

अयोध्या में एक बैंक ऐसा है जहां 'श्री सीता राम' लिखकर डिपोजिट किए जाते हैं। हर नोटबुक में 'श्री सीता राम' शब्द कई बॉक्स में लिखे गए हैं। ये पवित्र शब्द न केवल हिंदी या संस्कृत में हैं बल्कि उर्दू और अरबी में भी लिखा गया है।

Updated on: 12 Apr 2017, 12:17 PM

नई दिल्ली:

अयोध्या में एक बैंक ऐसा है जहां 'श्री सीता राम' लिखकर डिपोजिट किए जाते हैं। हर नोटबुक में 'श्री सीता राम' शब्द कई बॉक्स में लिखे गए हैं। ये पवित्र शब्द न केवल हिंदी या संस्कृत में हैं बल्कि उर्दू और अरबी में भी लिखा गया है।

इस बैंक का नाम श्री सीता राम बैंक है। यह बैंक अयोध्या के मणि राम की छौनी इलाके में स्थित है।

बैंक का कहना है कि उन्हें इंटरेस्ट में कोई दिलचस्पी नहीं लेकिन पूरा न्याय लौटाने का वादा करता है। इस संबंध में रसिक निवास मंदिर के महंथ रघुवर दास ने कहा कि बैंक पैसों का कारोबार नहीं करता लेकिन इसके अकाउंट होल्डर बहुत हैं।

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वहीं, बैंक मैनैजर महंत पुनित राम दास ने कहा कि "हम उर्दू, अरबी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में 'श्री सीता राम' की जमा राशि रखते हैं। उन्होंने कहा कि डिपोजिट करने वाला नौकरशाह, व्यवसायी, रिक्शा-चालक, मजदूर, कोई भी हो सकता है। इस बैंक की शाखा अमेरिका, कनाडा, नेपाल, पोलैंड और भारत के लगभग सभी राज्यों में हैं।

इस बैंक की स्थापना लगभग 20 साल पहले हुई थी। इस बैंक में भक्त नोटबुक पर लाल रंग में श्री सीता राम लिखकर जमा करते हैं। नोटबुक बैंक के द्वारा फ्री ऑफ कॉस्ट दी जाती है।

बैंक प्रबंधन का दावा है कि बैंक में नोटबुक की संख्या करोड़ों में है। वहीं बैंक की तरफ से यह भी सुविधा दी गई है कि नोटबुक को देश और विदेश से भी पोस्ट के जरिये भेज या प्राप्त कर सकते हैं।

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