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केजरीवाल कैबिनेट में नहीं होगा बदलाव, पूर्व मंत्रियों पर फिर जताया भरोसा - सूत्र

अरविंद केजरीवाल ने अपने पुराने मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं किया है और पिछले चेहरों को ही तरजीह दी है.

Updated on: 12 Feb 2020, 07:20 PM

नई दिल्‍ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल कैबिनेट किसी नए चेहरे के आने की उम्मीद नहीं है मीडिया के सूत्रों से पता चला है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने पुराने मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं किया है और पिछले चेहरों को ही तरजीह दी है. यानि की अरविंद केजरीवाल की पिछली सरकार में जो मंत्री थे वो इस बार भी उसी पदों पर बरकरार रहेंगे. मीडिया के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. आपको बता दें कि आगामी 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे.

मीडिया सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल सहित उनके सात मंत्री जिनमें प्रमुख तौर पर मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, राजेंद्र पाल गौतम और इमरान हुसैन आगामी 16 फरवरी को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे. आपको बता दें कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की है.

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली, सत्येंद्र जैन ने शकूर बस्ती, मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज, गोपाल राय ने बाबरपुर, इमरान हुसैन ने बल्लीमारान, कैलाश गहलोत ने नजफगढ़ के अलावा राजेंद्र पाल गौतम ने सीमापुरी विधानसभा सीटों से जीत दर्ज की है. आम आदमी पार्टी की पिछली सरकार में मनीष सिसोदिया डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद, गोपाल राय ग्रामीण विकास मंत्री का पद, कैलाश गहलोत परिवहन मंत्री का पद, सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य मंत्री का पद, राजेंद्र पाल गौतम जल मंत्री का पद और इमरान हुसैन खाद्यमंत्री का पद संभाल रहे थे.

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वहीं बुधवार को आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ अपने आवास पर बैठक की. पार्टी के विधायकों ने सहमति से अरविंद केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना गया. आपको बता दें कि सरकार गठन का दावा करने के लिए यह औपचारिकता जरूरी होती है. इसके पहले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी मुलाकात की थी जो कि लगभग 15 से 20 मिनट तक चली.

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यह लगातार तीसरा मौका होगा जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे आपको बता दें कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अपने सभी विरोधियों को चारो खाने चित्त करते हुए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. आम आदमी पार्टी के सामने दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर पार्टी थी लेकिन फिर भी आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में अविस्मरणीय प्रदर्शन करते हुए दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 62 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की वहीं 2013 से पहले लगातार 15 सालों तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस का एक बार फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव मेंं खाता नहीं खुला. हालांकि, इस बार आम आदमी पार्टी को पिछली बार के मुकाबले पांच सीटें कम मिली हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी को 53.57 फीसदी वोट मिले हैं.