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नई दिल्ली में कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी से मिले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फ
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनने के बाद बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने की कोशिशें जोर पकड़ती नजर आ रही है।
हालांकि अभी तक इस दिशा में कोई औपचारिक बैठक या ऐलान नहीं हुआ है लेकिन क्षेत्रीय दलों के कद्दावर नेताओं के बीच मुलाकातों का दौर शुरू हो गया है।
गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी से मुलाकात की।
2015 के महागठबंधन की तर्ज पर राष्ट्रीय स्तर पर भी गठबंधन बनाए जाने के पक्ष में रहे हैं ताकि नरेंद्र मोदी को चुनौती दी जा सके। सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
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बीजेपी की नैशनल एग्जिक्यूटिव के बाद मिले ममता और पटनायक
वहीं आज दूसरी तरफ बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी ने भी ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की। ममता बनर्जी और पटनायक की मुलाकात भुवनेश्वर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुई है, जिसमें बीजेपी ने ओडिशा और बंगाल फतह करने की रणनीति पर मुहर लगाई थी।
बीजेपी अभी तक पूर्वी राज्यों में परंपरागत रूप से कमोजर रही है। लेकिन बंगाल उपचुनाव और ओडिशा के स्थानीय चुनाव के बाद उसके हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। पटनायक से मिलने के बाद बनर्जी ने कहा कि बीजेपी कहीं से भी क्षेत्रीय दलों के लिए खतरा नहीं है।
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उन्होंने कहा, 'बीजेपी क्षेत्रीय दलों के लिए खतरा नहीं है। क्षेत्रीय दल बीजेपी से निपटने के लिए तैयार हैं।' बनर्जी मोदी सरकार को लगातार निशाने पर लेती रही हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन को लेकर अभी साफ नहीं तस्वीर
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पा रहा कि गठबंधन की कमान किसके हाथ में होगी और इसका नेतृत्व किसके हाथों में होगा। लेकिन गैर बीजेपी दलों के बीच लगातार हो रही बैठक में जनता दल यूनाइटेड और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस औऱ समाजवादी पार्टी लगातार पहल करते दिख रहे हैं।
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और 4 राज्यों में बीजेपी की सरकार बनने के बाद क्षेत्रीय दलों के बीच एक गठबंधन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश चुनाव के तत्काल बाद ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी दिल्ली आकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की थी।
उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दिल्ली में आकर मुलाकात की थी।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अखिलेश यादव ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठाते हुए बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के गठबंधन के प्रस्ताव पर भी हामी भर चुके हैं।
मोदी सरकार के सबसे बड़े फैसले नोटबंदी के खिलाफ ममता अन्य दलों को एक मंच पर लाने में सफल भी रही थी। नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर जारी विरोध प्रदर्शन में ममता एनडीए की सहयोगी शिवसेना को भी अपने साथ लाने में सफल रही थीं।
यूपी चुनाव के बाद एनडीए की बैठक में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगला लोकसभा चुनाव लड़े जाने की घोषणा हो चुकी है। ऐसे में अगला चुनाव मोदी बनाम अन्य होगा और विपक्षी दल इसके लिए अभी से एकजुट होने की रणनीति बनाने में लग गए हैं।
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HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय दलों के बीच गठबंधन बनाने की कोशिशें तेज
- दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी के बीच हुई मुलाकात
- वहीं भुवनेश्वर में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात की
Source : Abhishek Parashar