पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि बिहार के नीतीश कुमार सिर्फ नाम के लिए सीएम होंगे. उनका कहना है कि भाजपा तब तक अपने दोस्तों और दुश्मनों को निचोड़ती है, जबतक वे निर्जीव नहीं हो जाते हैं. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि इसके ताजा उदाहरण नीतीश कुमार हैं. नीतीश मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन सिर्फ नाम के. एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन वह सहयोगी दलों के आग्रह पर तैयार हुए. वे चाहते थे कि भाजपा का कोई नेता सीएम बने क्योंकि उसकी ज्यादा सीटें आई हैं.
बिहार में सोमवार को शाम साढ़े चार बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण राजभवन में होगा. राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर जेडीयू अध्यक्ष ने रविवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इससे पहले सीएम आवास-1 अणे मार्ग पर एनडीए की संयुक्त मीटिंग में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से गठबंधन के विधानमंडल दल का नेता चुना गया. भाजपा पर्यवेक्षक और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा की है.
BJP squeezes it's enemies till they become lifeless. It does the same to its friends. Nitish Kumar is the latest example of this. He will be CM but only in name.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) November 16, 2020
विपक्ष करेगा शपथ ग्रहण का बहिष्कार
बिहार में विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली नयी सरकार के सोमवार शाम को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करेगा. राजद ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. इस बीच, राज्य में विपक्षी महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने भी कहा कि वह शपथग्रहण में शामिल नहीं होगी. राजद के ट्वीट किया, राजद शपथ ग्रहण का बहिष्कार करता है. बदलाव का जनादेश राजग के विरुद्ध है. जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया.
विपक्ष ने एनडीए पर बोला हमला
विपक्षी पार्टी ने राजग पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बिहार के बेरोजगारों, किसानों, संविदाकर्मियों और नियोजित शिक्षकों से पूछिए कि उन पर क्या गुजर रही है.’ राजद ने कहा, ‘राजग के फर्जीवाड़े से जनता आक्रोशित है. हम जनप्रतिनिधि हैं और जनता के साथ खड़े हैं. ’गौरतलब है कि नीतीश कुमार सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित भाजपा के शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे . कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि अभी तक उन्हें आमंत्रण भी नहीं मिला है और यदि आमंत्रण आयेगा, वह तब भी शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि वह तेजस्वी यादव की राय से सहमत है कि जनादेश का गला घोंटा गया है.
Source : News Nation Bureau