मुंबई नगर निगम के चुनावी नतीजों के बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) और शिवसेना के बीच मेयर पद को लेकर जारी खींचतान को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मुंबई नगर निगम के संचालन के लिए दोनों दलों के पास गठबंधन के अलावा 'कोई और विकल्प' नहीं है।
गडकरी ने कहा, 'अभी ऐसी स्थिति है जिसमें दोनों दलों को साथ आना ही होगा।' गडकरी ने कहा, 'इस मामले में आखिरी फैसला मुख्यंत्री देवेंद्र फडनवीस और शिव सेना चीफ उद्धव ठाकरे ही लेंगे। दोनों नेता परिपक्व हैं और वह इस मामले में सही फैसला लेंगे।'
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एक मराठी टीवी चैनल से बातचीत में गडकरी ने कहा, 'मुझे लगता है कि दोनों दलों को सूझ-बूझ दिखाते हुए फैसला लेना होगा।' उन्होंने कहा कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में बीजेपी और पीएम मोदी को निशाना बनाया गया।
गडकरी ने कहा, 'अगर हमारे साथ दोस्ती रखनी है तो सामना में लिखे जाने को रोकना होगा। अगर आप हर दिन हमारे पीएम और पार्टी प्रेसिडेंट के खिलाफ लगातार हमला करते हैं तो कैसे दोस्ती हो सकती है?'
गडकरी ने कहा, 'मुझे लगता है कि इन चीजों से बचा जाना चाहिए। बीजेपी और सेना के बीच बहुत अधिक खटास नहीं होनी चाहिए।' बीजेपी ने मुंबई नगर निगम में 82 सीटें जीती हैं जबकि शिव सेना को पार्टी से महज दो सीटें अधिक मिली हैं। दोनों दल ही निगम पर कब्जे के लिए 114 सीटों के जादुई आंकड़ें से दूर हैं।
वहीं किसी के साथ गठबंधन न करने की बात कहने वाले उद्धव ठाकरे के सुर थोड़े नरम पड़े हैं। गठबंधन की बात पूछने पर उद्धव ने कहा कि अभी कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। चुनाव परिणाम के तत्काल बाद उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र का अगला मेयर ही नहीं बल्कि अगला सीएम भी शिवसेना से ही होगा।
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HIGHLIGHTS
- केंद्रीय नितिन गडकरी का बयान, बीएमसी के लिए बीजेपी और शिवसेना के पास गठबंधन के अलावा कोई और विकल्प नहीं
- बीजेपी ने मुंबई नगर निगम में 82 सीटें जीती हैं जबकि शिव सेना को पार्टी से महज दो सीटें अधिक मिली हैं
- दोनों दल ही निगम पर कब्जे के लिए 114 सीटों के जादुई आंकड़ें से दूर हैं
Source : News State Buraeu