केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत और ईरान ने चाबहार पोर्ट परियोजना सहित संयुक्त परियोजनाओं के विकास कार्य का मूल्यांकन किया।
गडकरी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर ईरान में थे, जहां वह दूसरी बार ईरान के राष्ट्रपति चुने गए हसन रुहानी के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गडकरी ने रुहानी से बात की और उप-राष्ट्रपति ईशाक जहांगिरी से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने ईरान के सड़क एवं शहर विकास मंत्री अब्बास अखूंडी के साथ संयुक्त परियोजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
दोनों देशों ने इस दौरान कई दौर की बैठकों में चाबहार पोर्ट सहित कई परियोजनाओं के विकास कार्यो की समीक्षा की और उनका मूल्यांकन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष ईरान यात्रा के दौरान इन परियोजनाओं पर समझौता किया था।
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बयान में कहा गया है, 'दोनों देशों ने चाबहार पोर्ट के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने और संचालन के लिए तैयार करने को लेकर अपनी-अपनी प्रतिबद्धताएं दोहराईं। यह पोर्ट दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय कारोबार में सहयोग देने वाला और आर्थिक विकास को गति देने वाला साबित होगा, साथ ही क्षेत्रीय एवं वैश्विक बाजार के लिए अफगानिस्तान तक पहुंच आसान कराएगा।'
गडकरी ने ईरान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की चिट्ठी रुहानी को सौंपी और उन्हें भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
चाबहार पोर्ट ओमान की खाड़ी में सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण पूर्वी समुद्रतट पर स्थित है।
भारत और ईरान ने मई, 2016 को एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके अंतर्गत भारत शाहिद बेहेस्ती पोर्ट के एक बर्थ का पुनर्निर्माण करेगा और पोर्ट पर 600 मीटर लंबे कंटेनर हैंडलिंग बुनियादी ढांचे का निर्माण करेगा।
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Source : IANS