बीजेपी की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारण को मोदी सरकार 2.0 में मंत्री बनी हैं. वह मोदी कैबिनेट में फिर शामिल हुई हैं. निर्मला सीतारमण ने अंग्रेजी में शपथ ली है. 2014 की मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से बेहद कम समय में अपना एक अलग मुकाम पाया है.
रक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने कड़ी चुनौतियों का सामना किया. जब लोकसभा चुनाव 2019 से पहले विपक्ष ने राफेल डील को लेकर उन पर निशाना साधा उस समय भी उन्होंने डट कर मुकाबला किया. कई बार सदन में तो कई बार प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने अपनी बात रखी.
मैनेजर से देश की रक्षा मंत्री तक का सफर
निर्मला सीतारमण के पिता इंडियन रेलवे में कार्यरत थे. जिसके कारण उनका बचपन अलग-अलग शहरों में बीता. निर्मला सीतारमण ने जेएनयू से इकोनॉमिक्स में एमए की डिग्री की प्राप्त की है. जेएनयू में ही उनकी मुलाकात डॉक्टर पराकाला प्रभाकर से हुई थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली.
डॉक्ट प्रभाकर ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पीएचडी पूरी की और निर्मला सीतारमण उन्हीं के साथ लंदन में रहने लगीं. हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर की मानें तो निर्मला सीतीरमण ने लंदन के एक होम स्टोर में बतौर सेल्सगर्ल भी काम किया. बाद में ricewaterhouseCoopers में उन्होंने सीनीयर मैनेजर के तौर पर काम किया.
BJP में शामिल होने से पहले वह 2003 से 2005 तक नेशनल कमिशन फॉर वुमन की सदस्य रहीं. उन्होंने बीजेपी के प्रवक्ता के रूप में बेहतरीन काम किया. अक्सर टीवी डिबेट में उन्होंने बीजेपी का पक्ष रखा. 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद वह कैबिनेट में शामिल की गईं. 2016 में वह राज्यसभा की सांसद बनीं.
देश की पहली रक्षा मंत्री
गोवा में बीजेपी सरकार बनाने के लिए पार्टी ने तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को एक बार फिर गोवा की कमान दे दी. पर्रिकर द्वारा रक्षा मंत्री का पद छोड़ने के बाद 3 दिसंबर 2017 को सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया. यह देश की पहली पूर्ण कालिक महिला रक्षा मंत्री रहीं. हालांकि उनसे पहले इंदिरा गांधी ने देश के रक्षा की कमान संभाली थी. लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए अतिरिक्त प्रभार संभाला था.
HIGHLIGHTS
- निर्मला सीतारमण ने जेएनयू से इकोनॉमिक्स में एमए किया है
- मनोहर पर्रिकर के बाद संभाली थी रक्षा मंत्री की कमान
Source : News Nation Bureau