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निर्भया के दोषियों को आज सूली पर चढ़ाने के लिए इन्‍हें मिली खास जिम्‍मेदारी

निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकना अब करीब तय माना जा रहा है. डेथ वारंट के अनुसार कल यानी 20 मार्च को निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाया जाएगा. निर्भया के दोषियों के कानूनी विकल्‍प खत्‍म हो चुके हैं.

Updated on: 20 Mar 2020, 12:32 AM

नई दिल्‍ली:

निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकना अब करीब तय माना जा रहा है. डेथ वारंट के अनुसार आज यानी 20 मार्च को निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाया जाएगा. निर्भया के दोषियों के कानूनी विकल्‍प खत्‍म हो चुके हैं. यहां तक कि उनके पास अब संवैधानिक विकल्‍प भी नहीं बचे हैं. हालांकि कानून की बारीकियों का फायदा उठाते हुए वे सुप्रीम कोर्ट से लेकर पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर कर रहे हैं, लेकिन अब कोर्ट से उन्‍हें शायद ही कोई राहत मिल पाए. निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट दीपक शर्मा को खासतौर पर सिर्फ 3 दिन के लिए तिहाड़ जेल फांसी घर में तैनात किया गया है. दीपक शर्मा बॉडी बिल्डिंग के लिए चर्चित हैं. वह नेशनल लेवल प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहे हैं और फिलहाल मंडोली जेल में हैं. उनके साथ असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट जय सिंह को भी फांसी देने के लिए खासतौर पर तिहाड़ जेल भेजा गया है.

निर्भया के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. डेथ वारंट के अनुसार, सभी दोषियों को 20 मार्च को सुबह 5.30 बजे फांसी पर चढ़ाया जाएगा. तिहाड़ जेल में इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. पवन जल्‍लाद तिहाड़ जेल में रिहर्सल कर रहा है. फांसी का डमी ट्रायल बुधवार को किया गया. इस दौरान जेल प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए पवन जल्लाद 17 मार्च को ही तिहाड़ जेल पहुंच गया था.

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इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने निर्भया केस के दोषी मुकेश (Mukesh) की अर्जी खारिज की. दोषी मुकेश ने दिल्ली पुलिस पर दस्तावेज छुपाने के आरोप लगाते हुए फांसी की सजा पर रोक की मांग की थी. इससे पहले ट्रायल कोर्ट ने अर्जी को खारिज कर दिया. उसके खिलाफ हाई कोर्ट में अर्जी दायर की गई थी.

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उधर, दोषियों के वकील एपी सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दाखिल कर फांसी पर रोक की मांग की. उन्होंने याचिका में कहा कि दोषी पवन की क्यूरेटिव याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और अक्षय सिंह (Akshay) की दया याचिका राष्ट्रपति के पास. लिहाजा. 20 मार्च को फांसी नहीं हो सकती है. इस पर कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में गुरुवार दोपहर 12 बजे सुनवाई होगी. वहीं, दूसरी ओर दोषी पवन की क्यूरेटिव याचिका पर भी गुरुवार सुबह 10.25 बजे पर छह जज बंद चैम्बर में विचार करेंगे. पवन ने अपनी याचिका में एक बार फिर नाबालिग होने का दावा दोहराया है.