निर्भया गैंगरेप: फांसी के फंदे से कांपे गुनहगारों ने राष्ट्रपति से लगाई दया की गुहार

निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट से मौत की सजा पाए दोषी अक्षय, विनय और पवन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका दायर की है.

निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट से मौत की सजा पाए दोषी अक्षय, विनय और पवन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका दायर की है.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
निर्भया गैंगरेप: फांसी के फंदे से कांपे गुनहगारों ने राष्ट्रपति से लगाई दया की गुहार

निर्भया गैंगरेप के दोषी( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट से मौत की सजा पाए दोषी अक्षय, विनय और पवन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दया याचिका दायर की है. तिहाड़ जेल प्रशासन को तीनों दोषियों ने दया याचिका सौंप दी है. इनके वकीलों ने कहा कि इस दौरान सुप्रीम कोर्ट में तीनों दोषियों की ओर से क्यूरेटिव याचिका भी लगाई गई है. सुप्रीम कोर्ट से पहले ही दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज हो चुकी है.

Advertisment

यह भी पढ़ेंःकश्मीर घाटी में ठंड का प्रकोप जारी, श्रीनगर में इस मौसम की सबसे ठंडी रात

निर्भया गैंगरेप के गुनाहगारों ने मंगलवार को तिहाड़ जेल प्रशासन को अपना जवाब दे दिया है. निर्भया के वकील एपी सिंह का कहना है कि तीनों दोषियों की तरफ से अभी क्यूरेटिव याचिका दाखिल करनी है. दया याचिका तब दायर करेंगे जब क्यूरेटिव याचिका का निपटारा हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि अगर याचिका खारिज हुई तो अंतिम विकल्प आजमाया जाएगा. गौरतलब है कि कोर्ट के आदेश पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को नोटिस जारी किया था.

यह भी पढ़ेंः26 दिसंबर को जब सुनामी ने भारत समेत कई देशों में मचाई थी भारी तबाही, लाखों लोगों की मौत

गौरतलब है कि निर्भया गैंगरेप के दोषी अक्षय ठाकुर की पुनर्विचार याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि निर्भया केस में जांच और ट्रायल बिल्कुल सही हुआ है. दोषियों ने इस पर सवाल उठाए थे. इस मामले में सुनवाई के दौरान अक्षय के वकील ने निर्भया के दोस्त के कथित खुलासे का हवाला दिया था. कोर्ट ने इसे अप्रासंगिक बताया था.

Source : News Nation Bureau

ramnath-kovind Tihar Jail Administration Nirbhaya Gangrape Case President Mercy Petition
      
Advertisment