logo-image

पोस्टमॉर्टम के बाद यहां होगा निर्भया के गुनहगारों का अंतिम संस्कार

निर्भया के गुनहगारों को फांसी दे दी गई है. अब दिल्ली के DDU अस्पताल में चारों दोषियों का पोस्टमॉर्टम होगा और शवों को जेल के सौंप दिया जाएगा

Updated on: 20 Mar 2020, 12:43 PM

नई दिल्ली:

निर्भया के गुनहगारों को फांसी दे दी गई है. अब दिल्ली के DDU अस्पताल में चारों दोषियों का पोस्टमॉर्टम होगा और शवों को जेल के सौंप दिया जाएगा. इसके बाद जेल शवों को उनके परिवार वालों को सौंप देगी. जानकारी के मुताबिक मुकेश के शव को उसके परिवार वाले राजस्थान ले जाएंगे और वहीं उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं अक्षय के शव को उसके परिजन बिहार के औरंगाबाद लेकर जाएंगे. जबकि विनय और पवन का अंतिम संस्कार दिल्ली में होगा. 

बता दें, सात साल के लंबे इंतजार के बाद निर्भया के चारों दोषियों को आखिरकार फांसी पर चढ़ा दिया गया. तिहाड़ जेल में सुबह 5.30 बजे चारों दोषी विनय शर्मा, पवन गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह को फांसी पर लटका दिया गया. चारों ने बड़ी ही बर्बरता के साथ इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया लेकिन जब उन्हें फांसी के लिए ले जाया जा रहा था तो उनके चेहरे पर तनाव साफ दिख रहा था. फांसी से बचने के लिए वह गिड़गिड़ा रहे थे.

यह भी पढ़ें: 'क्या कोर्ट से कोई नया ऑर्डर आया है', आखिरी रात कई बार जगकर पूछते रहे निर्भया के हत्‍यारे

फांसी से पहले के आखिरी लम्हे

सूत्रों के मुताबिक चारों दोषियों को फांसी के लिए सुबह 3.15 बजे जगा दिया गया. हालांकि दोषी फांसी की जानकारी मिलने के बाद रातभर सो ही नहीं पाए थे. चारों दो सुबह करीब 4.30 बजे चाय दी गई. दोषियों ने चाय पीने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें नाश्ते के लिए पूछा गया लेकिन उन्होंने इससे भी इनकार कर दिया. पवन जल्लाद ने चारों को काले रंग के कपड़े पहनाए. इनके हाथ भी पीछे की तरफ बांध दिए गए.

जमीन पर लेट रोने लगे दोषी
 जैसे ही चारों को फांसी घर ले जाया गया तो चारों जमीन पर लेट कर रोने लगे. सभी माफी मांगने लगे. चारों दोषी आखिरी समय से जेल अधिकारियों से गुहार लगाते रहे लेकिन सभी को आगे लाकर फांसी के तख्ते पर खड़ा कर दिया गया. इसके बाद चारों के गले में फंदा डाल दिया गया. जैसे ही जेल सुपरिटेंडेंट ने इशारा किया जल्लाद ने लिवर खींच दिया.

यह भी पढ़ें: मजिस्‍ट्रेट का एक इशारा और एक साथ फंदे पर लटक गए निर्भया के चारों हत्‍यारे

खूब रोया विनय
जब दोषियों को फांसी के लिए ले जाया जाने लगा तो उससे पहले सभी को नहाने और कपड़े बदलने के लिए कहा गया. विनय ने नहाने और कपड़े बदलने से इंकार कर दिया. वह पुलिस के सामने खूब रोया. गिड़गिड़ाने लगा और अपने गुनाह की माफी मांगने लगा. उसे फांसी घर ले जाया गया तो वह लेट गया और आगे जाने से मना करने लगा था. काफी कोशिशों के बाद उसे आगे लेकर जाया गया. सेल से बाहर लाकर फांसी कोठी से ठीक पहले चारों के चेहरे काले कपड़े से ढक दिए गए. वहीं इनके दोनों पैर भी बांध दिए गए थे.